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    पुणे: पुरंदर में प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, मेट्रो रुट का विस्तार, शहर के विभिन्न विकास प्रोजेक्ट और कई राष्ट्रीय महत्व की संस्था होने के बावजूद केंद्रीय बजट (Union Budget) में पुणे (Pune) के हाथ कुछ नहीं लगा है। पुणे के मेट्रो प्रोजेक्ट (Metro Project) के साथ अन्य किसी भी प्रोजेक्ट और संस्था के लिए बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया है। ऐसे में पुणेकरों (Punekars) की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।

    केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को बजट पेश किया। वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की है। इस दौरान उन्होंने कई शहरों के नाम लिए, लेकिन उनके पूरे भाषण में एक बार भी पुणे का नाम नहीं आया। ऐसे में एक बार फिर से पुणेकरों को अपने हाल पर छोड़ दिया गया है।

    50 नए एयरपोर्ट में पुरंदर शामिल नहीं

    पुणे के लिए अलग से अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट का मुद्दा कई वर्षों से पेंडिंग है। कई बार जगह बदलने के बाद आखिरकार फिर से पुरंदर में ही एयरपोर्ट बनाने का निर्णय लिया गया है। पुणेकरों को उम्मीद थी कि इस प्रोजेक्ट को गति मिले इसलिए इस बजट में भरपूर प्रावधान किया जाएगा। वित्त मंत्री ने 50 नए एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट, एयरोड्रोम की घोषणा की है, लेकिन पुरंदर एयरपोर्ट के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नहीं किया गया।

    शिक्षा और रिसर्च संस्था के लिए कोई प्रावधान बजट में नहीं

    गुणवत्तापूर्ण शिक्षा संस्थाओं के लिए दुनियाभर में पहचाने जाने वाले शिक्षा और रिसर्च संस्था के लिए कोई प्रावधान बजट में नहीं किया गया। 157 जगहों पर नर्सिंग कॉलेज बनाए जाएंगे। इसमें पुणे के शामिल होने की संभावना थी। इसके अलावा इन्फॉरमेशन टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आगे रहने वाले शहरों में कृत्रिम प्रज्ञा अर्थात आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के लिए प्रस्तावित तीन सेंटर ऑफ एक्सलेंस में से एक पुणे में होने की उम्मीद थी, लेकिन इसे लेकर अब तक कोई स्पष्टता सामने नहीं आई है।

    बाकी रुट के नहीं किया गया प्रावधान

    देशभर के मेट्रो प्रोजेक्ट के लिए केंद्र की तरफ से फंड दिया जाता है। इसके लिए बजट में प्रावधान किया जाता है। पुणे में महामेट्रो की तरफ से फिलहाल वनाज से रामवाडी और पिंपरी-चिंचवड से स्वारगेट मेट्रो रुट का काम अंतिम फेज में है, जबकि दो रुट प्रस्तावित है। इस रुट के लिए और प्रस्तावित नियो मेट्रो के लिए बजट में प्रावधान किए जाने की उम्मीद थी, लेकिन इसका उल्लेख तक वित्त मंत्री के भाषण में नहीं किया गया।

    इन प्रोजेक्ट्स की हुई उपेक्षा

    • पुणे मेट्रो विस्तार
    • पुरंदर का इंटरनेशनल एयरपोर्ट
    • सरकारी शिक्षा और रिसर्च संस्था
    • प्रस्तावित योजनाओं में पुणे का स्थान