Chikungunya

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    पुणे: मानसून (Monsoon) की बारिश (Rain) की वापसी शुरू होते ही शहर में  डेंगू के मरीजों (Dengue Patients) की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। लगातार हो रही बारिश ने कई सोसायटियों और निजी प्रापर्टीज के छतों, कूड़े के ढेर और गंदगी वाली जगहों पर डेंगू के मच्छरों का प्रजनन बढ़ा दिया है। यही वजह है कि शहर में डेंगू के मरीजों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। इस महीने अब तक 645 संदिग्ध मरीजों की जांच की गई। इसमें 74 डेंगू के मरीज मिले हैं।

    पिछले तीन महिने से डेंगू ने शहर में कहर बरपा रखा है। शहर में तीन महीने में डेंगू के 2 हजार 493 संदिग्ध मरीज मिले, जिनमें 209 में डेंगू होने की पुष्टि हुई। लगातार हो रही बारिश डेंगू के मच्छरों के प्रजनन के लिए अच्छा माना जाता है। मच्छरों की संख्या बढ़ने से डेंगू के मरीजों की संख्या में भी लगातार बढ़ रही है। शहर में जुलाई से डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ गई है। जुलाई में 62, अगस्त में 73 और अब सितंबर में अब तक  डेंगू के 74 मरीज मिल चुके है। पुणे महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग के सहायक स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. संजीव वावरे ने डेंगू को लेकर जानकारी देते हुए कहा कि जनवरी से अब तक शहर में 3 हजार 154 डेंगू के संदिग्ध मरीजों की जांच कराई गई है। इनमें 352 डेंगू के मरीज मिले हैं।

    1 लाख 72 हजार 552 लोगों को लगा जुर्माना

    डेंगू को रोकने के लिए मच्छरों के प्रजनन वाले स्थान के मालिकों को पुणे महानगरपालिका द्वारा नोटिस भेजा जाता है। साथ ही जुर्माना भी वसूला जाता है। जारी वर्ष में जनवरी से अब तक 2 हजार 353 लोगों को नोटिस भेजा गया हैं। इस मामले में पिछले जनवरी से अब तक लोगों से 1 लाख 72 हजार 550 रुपए जुर्माना वसूला गया है। इनमें जुलाई में 971 लोगों को नोटिस देकर 39 हजार 700 रुपए, अगस्त में 576 लोगों को नोटिस देकर 82 हजार 350 रुपए और सितंबर में 332 लोगों को नोटिस देकर 21 हजार 500 रुपए जुर्माना वसूला गया है।

    सितंबर में चिकनगुनिया का एक भी मामला नहीं

    शहर में सितंबर में चिकनगुनिया का एक भी मामला दर्ज नहीं हुआ है, लेकिन जुलाई में 8 तथा अगस्त में 15 मामले दर्ज हुए थे। जारी वर्ष में अब तक शहर में चिकनगुनिया के 95 मामले मिले हैं। इसमें सबसे अधिक अप्रैल में चिकनगुनिया के 33 मामले दर्ज हुए थे।