मुंबई: महाराष्ट्र में हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) और लाउडस्पीकर विवाद (Loudspeaker Controversy) जारी है। इस बीच महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना प्रमुख (MNS) राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने सीएम उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को चुनौती देते हुए एक पत्र लिखा है। इस पत्र में राज ठाकरे ने मनसे कार्यकर्ताओं के खिलाफ की जा रही कार्रवाई को अन्यायपूर्ण बताया है। उन्होंने कहा कि, ‘सत्ता हमेशा के लिए नहीं रहती है। हमारी सहनशीलता का इम्तिहान ना लें, हमें भी इसका जवाब देना आता है।’
राज ठाकरे ने पत्र में आगे लिखा, ‘सरकार की यह कार्रवाई महाराष्ट्र के साथ पूरा हिंदू समाज देख रहा है। अभी तक लाउडस्पीकर को लेकर 28 हजार मनसे कार्यकर्ताओं को नोटिस दिया गया है। उन्हें ऐसे ढूंढा जा रहा है, मानों वह कोई आतंकी हों। सत्ता आती है और चली जाती है। ताकत की तांबे की थाली कोई नहीं लाया… उद्धव ठाकरे आप भी नहीं।’
राज्य सरकारला माझं एकच सांगणं आहे;
आमच्या सहनशीलतेचा अंत पाहू नका.
सत्ता येत- जात असते.
कुणीही सत्तेचा ताम्रपट घेऊन आलेला नाही.
उद्धव ठाकरे, तुम्हीही नाही!@CMOMaharashtra pic.twitter.com/M0hpLg7sfP— Raj Thackeray (@RajThackeray) May 10, 2022
उन्होंने पत्र में यह भी लिखा कि, ‘हमारे हजारों कार्यकर्ताओं को तड़ीपार किया और कइयों को जेल में डाल दिया है। किसलिए?, ध्वनि प्रदूषण को रोकने और मस्जिदों से अवैध लाउडस्पीकर हटाने की मांग करने के लिए। पिछले एक हफ्ते में सरकार जिस तरह से महाराष्ट्र के सैनिकों को दबाने के लिए पुलिस बल का इस्तेमाल कर रही है, क्या राज्य सरकार या पुलिस ने कभी मस्जिदों में छिपे हथियार और आतंकियों को खोजने के लिए ऐसा सर्च ऑपरेशन चलाया है? पुलिस हमारे साथी संदीप देशपांडे और कई अन्य कार्यकर्ताओं की ऐसे तलाश कर रही है, जैसे कि वे पाकिस्तान के आतंकवादी हों। सभी मराठी लोग, सभी हिंदू खुली आंखों से देख रहे हैं उन्हें, जिन्होंने पुलिस को महाराष्ट्र के सैनिकों के खिलाफ यह क्रूर, दमनकारी कार्रवाई करने का आदेश दिया है।’
उल्लेखनीय है कि, राज्य में चल रहे हनुमान चालीसा विवाद और लाउडस्पीकर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। राज ठाकरे और मुख्यमंत्री में जुबानी जुंग चल रही है। राज ठाकरे ने औरगांबाद में उद्धव ठाकरे को लाउडस्पीकर निकालने को लेकर अल्टीमेटम दिया था। जिसके बाद शहर पुलिस ने माणसे प्रमुख पर मामला दर्ज किया था।