Belapur Bus Depot

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-मनीष अस्थाना

नवी मुंबई: वाशी बस डिपो और कोपरखैरणे बस डिपो (Koparkhairane Bus Depot) की जगह पर कामर्शियल इमारतें (Commercial Buildings) बनाई जा रही हैं। इसी के साथ नवी मुंबई महानगरपालिका (Navi Mumbai Municipal Corporation) ने बेलापुर बस डिपो (Belapur Bus Depot) का भी पुनर्विकास करने का निर्णय लिया है। यहां पर 13 मंजिल की आलीशान कामर्शियल इमारत बनाने का खाका तैयार कर लिया गया है। वाशी और कोपरखैरणे की तरह यहां पर भी तल मंजिल पर बस डिपो रहेगा और ऊपरी मंजिल कामर्शियल रहेगी। इससे महानगरपालिका को अतिरिक्त आय होगी। इस इमारत के निर्माण के लिए महानगरपालिका ने 100 करोड़ रुपए का बजट तैयार किया है।

मिली जानकारी के अनुसार, यह इमारत एक एकड़ के भूखंड पर बनाई जाएगी। इस इमारत में भी वाशी की तरह बस स्टेशन का कार्यालय, होटल, पार्किंग, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए आधुनिक सर्व सुविधाओं से सुसज्जित सभागृह का निर्माण किया जाएगा। जानकारी के अनुसार लगभग डेढ़ लाख स्क्वायर फीट का निर्माण कार्य किया जाएगा। महानगरपालिका का कहना है कि वाशी और कोपरखैरणे में बनायी जा रही इमारतें बेहद आकर्षक हैं, जो अपने आप में एक लैंडमार्क होंगी। उन्हीं इमारतों की तरह सीबीडी बेलापुर बस डिपो के भूखंड पर बनाई जाने वाली इमारत भी बेहद आकर्षक होगी।

वाशी में बनाई जा रही इमारत का काम अंतिम चरण में

गौरतलब है कि वाशी सेक्टर-9 स्थित वाशी डिपो के भूखंड पर बनाई जा रही इमारत का काम अंतिम चरण में है। इसके साथ ही सेक्टर-12 में बन रही इमारत का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। इसके साथ-साथ अब बेलापुर बस डिपो का भी पुनर्वास करने का निर्णय लिया गया है। वाशी में बस डिपो के भूखंड पर 21 मंजिला कामर्शियल इमारत का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन सेक्टर-12 स्थित बस डिपो के भूखंड पर बनाई जा रही इमारत में पार्किंग, होटल, सभागृह के साथ-साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर के स्विमिंग पूल का निर्माण किया जा रहा है।

कोपरखैरने में बनेगी 20 मंजिल की इमारत

जानकारी के अनुसार, इस इमारत का निर्माण कार्य लगभग पचास प्रतिशत पूरा किया जा चुका है। कोपरखैरणे बस डिपो के भूखंड पर दो मंजिला बेसमेंट के साथ-साथ 20 मंजिला इमारत का निर्माण कार्य किया जाएगा। वाशी बस डिपो पर बनायी जा रही इमारत में 180 करोड़ रुपए खर्च किए जा रहे हैं, जबकि कोपरखैरणे में इमारत पर 230 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया हैं।

ई-बसों की चार्जिंग की व्यवस्था

महानगरपालिका का कहना है कि इस इमारत के निर्माण पर जो खर्च आ रहा है, उसे इस इमारत में बनने वाले कार्यालय, होटल सभागृह को लीज पर देकर वसूल किया जाएगा। इन सभी इमारतों का निर्माण कार्य समय पर पूरा हो इसके लिए महानगरपालिका कमिश्नर राजेश नार्वेकर खास ध्यान दे रहे हैं। इन इमारतों में ई-बसों की चार्जिंग के लिए चार्जिंग स्टेशन का भी निर्माण किया जा रहा है जिससे बसों को चार्जिंग करने के लिए इधर उधर जाना नहीं पड़ेगा।