बड़े-बड़े अवैध होर्डिंग बोर्ड को लेकर कल्याण तहसीलदार कार्यालय फिर सवालों के घेरे में

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    कल्याण : तहसीलदार (Tehsildar) से लेकर तलाठी (Talathi) तक रिश्वत (Bribery) लेने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) (Anti-Corruption Bureau) द्वारा पकड़े जा चुके पहले से ही आकंठ भ्रष्टाचार (Anti-Corruption) में डूबे कल्याण का तहसील कार्यालय सड़क किनारे लगे बड़े-बड़े अवैध बोर्डो (Illegal Boards) पर कार्रवाई नहीं कर उन्हें सह देने के चलते एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है।  तहसीलदार कार्यालय के अधिकारियों पर भ्र्ष्टाचार (Corruption) का आरोप लगाते हुए परहित चेरिटेबल सोसायटी (Parhit Charitable Society) के अध्यक्ष विशाल कुमार गुप्ता (President Vishal Kumar Gupta) ने ठाणे के जिला अधिकारी राजेश नार्वेकर (District Officer Rajesh Narvekar) और जिला परिषद के मुख्याधिकारी भाऊ साहेब दांगड़े (Bhau Saheb Dangde) से शिकायत कर जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की हैं। 

    बोर्ड लगाने में लाखों का लेन-देन कर भ्रष्टाचार हुआ

    ठाणे के जिला अधिकारी और जिला परिषद पदाधिकारी को दिए पत्र में परहित चेरिटेबल सोसायटी के अध्यक्ष विशाल गुप्ता ने लिखा कि कल्याण मुरवाड़ रोड पर रायता, मानिवली ग्राम पंचायत स्थित भूमापन क्रमांक उपविभाग 6/1 गोचरण की आरक्षित जमीन है, ऊक्त जमीन में कुछ दिन पूर्व वृक्षारोपण किया गया था। जहाँ से संत आसाराम बापू के मानेवली रायता आश्रम को जाने वाले रास्ता के दोनों तरफ बिना तहसील कार्यालय और ग्राम पंचायत की अनुमति लिए  अवैध रूप से लोखंड का फ्रेम बना कर प्रचार के लिए बड़े-बड़े बोर्ड लगाए गए, जिनकी शिकायत के बाद भी तहसील कार्यालय से कोई कार्रवाई नही की जा रही, जिससे स्पष्ठ होता है कि प्रचार बोर्ड लगाने में लाखों का लेन-देन कर भ्रष्टाचार हुआ हैं, जिस भूखंड पर यह लोखंड (लोहे) के फ्रेम बनाकर बड़े-बड़े अवैध  होर्डिंग बोर्ड लगाए गए हैं। उक्त भूखंड का कोर्ट में मामला विचाराधीन है, यह कोर्ट की भी अवहेलना हैं, इस बारे में तहसीलदार से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन वह उपलब्ध नही थे, संपर्क हो नही सका, रायता कल्याण तहसील के तलाठी जाधव ने कहा कि कोई अनुमति नही दी हैं, रायता, पिंपोली ग्रुप ग्राम पंचायत के ग्राम सेवक नितिन चव्हाण ने कहा कि हमारी जानकारी में कोई अनुमति नही दी गई है। पुरानी कोई अनुमति हो तो पता नहीं देख कर पता करना पड़ेगा। 

    इस बारे में तहसीलदार कार्यालय पर गंभीर आरोप लगाते हुए परिहित चेरिटेबल सोसायटी के अध्यक्ष विशाल कुमार गुप्ता ने कहा कि कल्याण का तहसीलदार कार्यालय आकंठ रूप से भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। जिसका जीता जागता उदारहण है कि तहसीलदार, महिला तलाठी और उसका निजी लिपिक, और कार्यालय लिपिक रिश्वत लेने के मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) द्वारा पकड़े जा चुके है। फिर भी भ्रष्टाचार कम नही हुआ है और बढ़ गया है।  2 से 4 लाख रुपये का लेनदेन कर कोर्ट और सरकारी आदेशों की अवहेलना कर अवैध बड़े-बड़े होर्डिंग, प्रचार बोर्ड लगाए गए है। हमने जिला अधिकारी  राजेश नार्वेकर और जिला परिषद के पदाधिकारी डॉ. भाऊ साहेब दांगड़े से शिकायत कर जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की हैं।