KDMC Protest

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    कल्याण:  कल्याण-डोबिवली महानगरपालिका (KDMC) में लंबित कई नागरिक मुद्दों के खिलाफ  कॉन्शियस सिटीजन्स फाउंडेशन (Conscious Citizens Foundation) के तहत कल्याण में केडीएमसी मुख्यालय के  बाहर नागरिकों का धरना-प्रदर्शन (Protest) चौथे दिन भी जारी रहा। संगठन ने नागरिकों के मुद्दों का समाधान नहीं होने तक आंदोलन वापस नहीं लेने की चेतावनी दी है।  आंदोलन कर रहे लोगों का कहना हैं कि टिटवाला में 38 एकड़ जमीन साथ कंट्रोल हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज के लिए आरक्षित है, लेकिन अभी तक प्रशासन ने  किसी जगह पर कब्जा नहीं किया है।  बिल्डरों जैसे आम नागरिकों के ओपन लैड टैक्स में कमी,  आधारवाड़ी डंपिंग ग्राउंड को बंद करने की बात पर केडीएमसी प्रशासन झूठ बोल रहा है और अभी भी वहां गीला और सूखा कचरा डाला जा रहा हैं।

    कल्याण-डोंबिवली में सड़कों में बड़े-बड़े गड्ढे हैं और ये सड़कों पर चलने और यातायात के लिए उपयुक्त नहीं हैं और इन्हें उचित स्थिति में रखा जाना चाहिए। आंदोलन कारियों ने यह आरोप लगाते हुए कि अमीर लोगों को अनुचित मुआवजा दिया गया है, प्रभावित नागरिकों का अभी तक पुनर्वास नहीं किया गया है और इस पर तुरंत अमल करें और कल्याण-डोंबिवली महानगरपालिका क्षेत्रों में पेयजल का समान वितरण करें, टीडीआर के रूप में केडीएमसी में आए भूखंडों पर भू-माफियाओं ने कब्जा  कर लिया है उन्हें अपने कब्जे लिया जाए और और नगर निगम के भूखंडों का रखरखाव किया जाना चाहिए।  

    मांगेँ पूरी होने तक जारी रहेगा धरना

    लोगों की मांग है कि जस्टिस अग्यार कमेटी की जांच में महानगरपालिका के 72 अधिकारियों और कर्मचारियों पर अनाधिकृत निर्माण से संबंधित कार्रवाई की जाए। साथ ही स्थानीय नागरिकों की समस्या को दूर किया जाए। इन मांगों को लेकर कॉन्शियस सिटीजन्स फाउंडेशन का धरना आंदोलन सोमवार से शुरू है। संस्था के अध्यक्ष श्रीनिवास घाणेकर ने कहा कि जब तक केडीएमसी प्रशासन द्वारा इन सभी मुद्दों का समाधान नहीं किया जाता है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस धरने में  वंदना सोनवणे, योगेश दलवी, विजय भोसले, उदय रसाल, चेतना रामचंद्रन आदि नागरिकों ने भी हिस्सा लिया।