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    भिवंडी: भिवंडी महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग की भ्रष्ट कार्यप्रणाली के कारण शहर में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। शहर स्थित हर गली मोहल्ले में बोगस डिग्री (Bogus Degree) टांगे हुए डॉक्टर (Doctors) लोगों का इलाज (Treatment) करते दिखाई पड़ते हैं। झोलाछाप डॉक्टरों की वजह से नागरिकों की जान को भारी खतरा होने से इंकार नहीं किया जा सकता है। 

    जनहित सामाजिक संस्था ने महानगरपालिका कमिश्नर विजय कुमार म्हसाल (Municipal Commissioner Vijay Kumar Mhasal) से झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई किए जाने सहित झोलाछाप डॉक्टरों को प्रश्रय देने वाले स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।

    कई बार मरीजों की हो गई है मौत

    गौरतलब है कि पावरलूम नगरी भिवंडी में सभी इलाकों में झोलाछाप डॉक्टरों की भरमार हो गई है। शहर के हर गली, नुक्कड़, मोहल्ले और पावरलूम क्षेत्रों में बगैर डिग्री धारी झोलाछाप डॉक्टर अपनी दुकान खोल कर बैठ गए हैं। झोलाछाप डॉक्टरों के झांसे में आकर नागरिक कम फीस के लालच में अपनी जान धोखे में डाल रहे हैं। शहर में कई झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों को खुश कर बगैर परमिशन बगैर पात्रता के अस्पताल भी खोल कर भारी कमाई की जा रही है। नौसिखिया डॉक्टरों की वजह से कई बार मरीजों की जान भी चली जा रही है। महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग सब कुछ जान समझ कर भी आंखें मूंदे हुए है। 

    नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ 

    झोलाछाप डॉक्टर महानगरपालिका अधिकारियों की जेब भरकर नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। भिवंडी शहर में दर्जनों ऐसे अस्पताल हैं जिनके पास कोई उचित पात्रता और अस्पताल खोलने का लाइसेंस ही नहीं है, लेकिन महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग के भ्रष्ट अधिकारियों की बदौलत नागरिकों का इलाज कर मोटी रकम ऐंठ रहे हैं। भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन के निर्देश पर कभी कभार स्वास्थ्य विभाग द्वारा दिखावे के तौर पर झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई की जाती है, लेकिन फिर मोटी रकम ले देकर मामला रफा-दफा कर दिया जाता है। हैरतअंगेज है कि भिवंडी शहर और ग्रामीण भाग में हजारों की संख्या में झोलाछाप डॉक्टर क्लीनिक खोलकर नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। 

    सख्त कानून बनाए जाने की मांग

    स्वास्थ्य मंत्रालय का स्पष्ट निर्देश होने के बावजूद झोलाछाप डाक्टर मरीजों को अंग्रजी दवाएं और इंजेक्शन देकर मोटी कमाई में लिप्त हैं। भिवंडी में स्वास्थ्य मंत्रालय का निर्देशों का खुल्लम-खुल्ला मजाक उड़ाते हुए नागरिकों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जनहित सामाजिक संस्था ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से झोलाछाप डॉक्टरों की नकेल लगाने के लिए सख्त कानून बनाए जाने की मांग की है।

    महानगरपालिका कमिश्नर ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

    उक्त संदर्भ में महानगरपालिका कमिश्नर विजय म्हसाल का कहना है कि झोलाछाप डॉक्टरों के मुद्दे को लेकर महानगरपालिका प्रशासन गंभीर है।  नागरिकों को झोलाछाप डॉक्टरों से बचना चाहिए और महानगरपालिका द्वारा संचालित स्वास्थ्य केंद्रों पर जाकर मुफ्त उपचार कराना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग को झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। आदेश का उल्लंघन करने वाले वैद्यकीय अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा।