मीटर रीडिंग एजेंसी के कार्य में और सुधार की जरूरत: चंद्रकांत डांगे

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    उल्हासनगर : बिजली ग्राहकों (Electricity Customers) को उनके द्वारा इस्तेमाल की गई बिजली के अनुसार ही अचूक और समय पर बिल मिले यह हमारा लक्ष्य है। पिछले चार महीनों में मीटर रीडिंग एजेंसियों (Meter Reading Agencies) के काम में काफी सकारात्मक सुधार आया है। इसी तरह मीटर रीडिंग फोटो के रिजेक्ट होने की दर को शून्य पर किए जाने के निर्देश कोंकण क्षेत्रीय संभाग के संयुक्त प्रबंध निदेशक चंद्रकांत डांगे (Chandrakant Dange) ने दिए हैं। 

    बकाया की वसूली पर ध्यान देने के सख्त निर्देश

    महावितरण कल्याण मंडल के अंतर्गत आने वाले कल्याण एक और दो मंडल के कार्यालयों की समीक्षा बैठक में उन्होंने ऊक्त आदेश दिए। इस अवसर पर कल्याण परिमंडल के मुख्य अभियंता धनंजय औंधेकर प्रमुख रूप से उपस्थित थे। संयुक्त प्रबंध निदेशक डांगे ने आगे कहा कि ग्राहक मीटर रीडिंग महावितरण के व्यवसाय का मूल है। पिछले 4 महीने से लगातार निर्देश और समीक्षा किए जाने के कारण कल्याण मंडल एक और दो कार्यालयों के अंतर्गत अधिकांश मीटर रीडिंग फोटो के निरस्त होने की दर घटकर एक प्रतिशत रह गई है। उन्होंने इस अनुपात को शून्य करने के लिए सख्ती से काम करने के निर्देश दिए साथ ही बकाया बिजली बिलों के कारण कटने के पात्र उपभोक्ताओं की विद्युत आपूर्ति नियमानुसार और अविलंब काटने की बात भी डांगे ने की।   उन्होंने कहा कि बिजली आजकल एक बुनियादी जरूरत बन गई है और घर में बिजली के बिना एक दिन भी रहना मुश्किल है। इसलिए उन्होंने बिल न भरने वालों की बिजली आपूर्ति काट देने की कार्रवाई को प्रभावी ढंग से लागू करने और कार्रवाई की जगह पर बिजली की खपत नहीं होने की पुष्टि करने के निर्देश दिए। उन्होंने हर महीने वर्तमान बिजली बिल के साथ पिछले बकाया की वसूली पर ध्यान देने के सख्त निर्देश दिए। 

    महावितरण की बैठक में कल्याण मंडल एक अधीक्षक अभियंता दीपक पाटिल, कल्याण मंडल दो अधीक्षक अभियंता दिलीप भोले, कार्यकारी अभियंता (प्रशासन) अनिल महाजन, वित्त और लेखा विभाग के वरिष्ठ प्रबंधक विश्वनाथ कट्टा के साथ कल्याण पूर्व और पश्चिम, डोंबिवली, कल्याण ग्रामीण, उल्हासनगर एक और दो उपस्थित थे। इस बैठक में संभागीय कार्यालयों के कार्यपालक अभियंता, जिसके अंतर्गत सभी अनुमंडल अभियंता उपस्थित थे।