Ulhasnagar Government Hospital

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उल्हासनगर: स्थानीय मध्यवर्ती उप जिला अस्पताल में मंगलवार को लगभग 10 घंटे बिजली (Electricity) बंद रही, बिजली चली जाने और अस्पताल का जनरेटर (Generator) खराब होने की वजह से उल्हासनगर के ऊक्त सरकारी अस्पताल (Ulhasnagar Government Hospital) के मरीजों (Patients) और स्टॉफ को 10 घंटे बिना लाइट और फैन के गुजारना पड़ा। अस्पताल में भर्ती मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ा। 

एक मई को महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने ‘हिंदू हृदय सम्राट बालासाहेब ठाकरे आपला दवाखाना’ योजना के तहत पूरे राज्य में 317 क्लीनिक की शुरुआत की है,  लेकिन उनके ही जिले के उल्हासनगर शहर के सरकारी अस्पताल में 2 मई को बिजली नहीं होने से नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

जनरेटर खराब होने से मरीज हुए बेहाल 

मिली जानकारी के अनुसार, उल्हासनगर के सरकारी सेंट्रल अस्पताल में मंगलवार सुबह 11 बजे से कुछ इलाकों में बिजली कटौती हुई थी, जबकि इस अस्पताल के 200 बेड मरीजों से भरे हुए थे, 11 बजे दोपहर बिजली आपूर्ति बंद हुई तो रात 9 बजे के बाद आई। जनरेटर के भी खराब होने के कारण पूरे अस्पताल में अंधेरा छा रहा, जिससे मरीजों का हाल बेहाल रहा। अस्पताल में एक नवजात वार्ड के साथ-साथ एक बाल चिकित्सा वार्ड भी है, बिजली न होने के कारण मच्छरों के प्रकोप का मुकाबला बीमार अस्पताल में भर्ती मरीजों को करते देखा गया।

पीडब्ल्यूडी विभाग और जेनरेटर सप्लायर के बीच के विवाद के कारण अस्पताल प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ा। ऊक्त घटना की जानकारी मैंने अपने वरिष्ठों को दे दी हैं। वहीं, भविष्य में ऐसा न हो इसलिए नए जनरेटर अथवा पुराने जनरेटर की अच्छी तरह से रिपेयरिंग कराकर देने के आग्रह भी उन्होंने महकमे से किया है।

-डॉ. मनोहर बनसोडे, अधीक्षक, सेंट्रल अस्पताल अस्पताल