ठाणे शहर में पुलिस अधिकारी की गुंडागर्दी, ज्वेलरी कर्मचारी को दिनदहाड़े पीटा; सीसीटीवी में कैद हुआ मामला

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    ठाणे : ठाणे के कापुर बावड़ी पुलिस स्टेशन (Kapur Bawdi Police Station) के सहायक पुलिस निरीक्षक संतोष पिंपले ( Assistant Police Inspector Santosh Pimple) की गुंडागर्दी सीसीटीवी (CCTV) में कैद गई है। दरअसल, पिंपले ने चोरी के मामले की जांच के दौरान सराफा दुकान (Bullion Shop) के एक कर्मचारी की पिटाई कर दी। पिटाई सीसीटीवी में भी कैद हो गई है। इस घटना के बाद सराफा कारोबारी रोष व्याप्त है। घोड़बंदर रोड ज्वेलर्स एसोसिएशन ने भी ठाणे पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह को पत्र देकर पिंपले के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। साथ ही पिंपले के खिलाफ कार्रवाई की गई है नहीं तो सराफा व्यापारियों ने सामूहिक रूप से अपनी दुकाने बंद करने की चेतावनी भी दी है। वहीं नागरिक सवाल कर रहे हैं कि पुलिस संदिग्ध मानकर नागरिकों को इस तरह कैसे पीट सकती है? हालांकि इस मामले में कापुर बावड़ी पुलिस स्टेशन के सीनियर पीआई उत्तम सोनावणे का कहना है यह अनजाने में एक प्रकरण के जांच के दौरान हुआ। 

    ठाणे के घोड़बंदर के आजाद नगर इलाके में एक व्यक्ति के घर से सोने के गहने उसकी बेटी ने दोस्त की मदद से चुराए थे। इस मामले में पुलिस ने एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया था। जब उससे पूछताछ की गई तो उसने कबूल किया कि उसने सोना ब्रह्मांड में एक सुनार को बेचा था। लिहाजा सात जनवरी को कापुर बावड़ी पुलिस स्टेशन के पांच-छह कर्मचारी सहायक पुलिस निरीक्षक संतोष पिंपले के साथ सादी वर्दी में सराफा दुकान में दाखिल हुए। पूछताछ के दौरान पिंपले ने दुकान के राधेश्याम नामक कर्मचारी के साथ मारपीट की। कहा जा रहा है कि मारपीट में कर्मचारी डर गया था और उसका बीपी भी हाई हो गया था और उसे मामूली चोटें भी आई थी और उसे इलाज के लिए जिला सिविल अस्पताल में भर्ती करना पड़ा। 

    ज्वेलर्स एसोसिएशन ने पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह को पत्र लिखा 

    साथ ही जब दुकान के सीसीटीवी फुटेज चेक किए गए तो यह साफ हो गया कि लड़का उस सराफा दुकान पर नहीं आया था। इसके बाद पुलिस कर्मी सराफा दुकान से निकल गए। इस बीच कर्मचारी की पिटाई का सीसीटीवी फुटेज सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद यह मामला प्रकाश में आया। इस घटना के बाद घोड़बंदर रोड ज्वैलर्स एसोसिएशन ने घोड़बंदर में आक्रामक रुख अख्तियार करते हुए पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने पिंपले पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पिंपले अपनी टीम के साथ सादे कपड़ों में दुकान में दाखिल हुए। इसके बाद वह कर्मचारी से गाली-गलौज करने लगा। उसी समय एक अन्य कर्मचारी वहां आया और उसके साथ भी गाली-गलौज करने लगा। जब कर्मचारी कहने लगा कि उसने इस लड़के से सोना नहीं खरीदा तो पिंपल ने उसका गला पकड़ लिया और पीटते हुए दुकान से बाहर ले गया। पत्र में कहा गया है कि बाहर निकालने के बाद भी उसे बुरी तरह पीटा गया। इसके बाद संगठन ने इस मामले को लेकर बैठक की और पिंपले के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है नहीं तो उसे बंद करने की चेतावनी दी है। 

    यह घटना अनजाने में हुई जब मामले की जांच चल रही थी। कर्मचारी पर हमला करने का कोई इरादा नहीं था।

    - निलेश सोनवणे, सहायक पुलिस आयुक्त।

    ऐसे दादागिरी करने वाले और कर्मचारियों को पीटने वाले पुलिस अधिकारी पिंपले पर कार्रवाई कर उसे निलंबित किया जाना चाहिए। हम सरकार से न्याय की उम्मीद है। ऐसे में यदि उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है तो हमें मजबूरन अपनी दुकाने बंद कर निषेध करेंगे।

    - पंकज जैन, अध्यक्ष, घोड़बंदर रोड ज्वेलर्स एसोसिएशन।