Sarpanch Neeta Jadhav warned of self-immolation if the water problem in Bhiwandi was not resolved

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    भिवंडी : भिवंडी शहर (Bhiwandi City) से सटे काटई ग्राम पंचायत (Katai Gram Panchayat) में रहने वाले करीब 30 हजार से अधिक लोगों को ठीक से पीने का पानी नसीब नहीं है। हजारों रहिवासी वर्षों से पानी संकट (Water Crisis) झेलने को मजबूर हैं। नागरिकों (Citizens) की बारंबार शिकायत के बावजूद नलों में पानी नहीं आता है। ग्राम पंचायत सरपंच (Gram Panchayat Sarpanch) नीता जाधव (Neeta Jadhav) ने शासन की कार्यप्रणाली पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए स्टेम प्राधिकरण व्यवस्थापकीय संचालक (Stem Authority Administrative Director) संकेत घरत (Sanket Gharat) से भेंट कर पानी समस्या का निराकरण जल्द नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।

    सरपंच घरत की चेतावनी से स्टेम प्राधिकरण के अधिकारियों के होश उड़ गए हैं। गौरतलब हो कि भिवंडी शहर से सटे करीब 30 हजार से अधिक आबादी वाले काटई ग्राम पंचायत में लोग वर्षों से पानी समस्या से त्रस्त हैं। घरेलू महिलाएं पानी भरने के लिए रतजगा करती हैं। पानी नहीं आने की चिंता से महिलाएं हमेशा चिंतित रहती हैं। पानी के लिए रात भर जागने की वजह से अधिसंख्य महिलाओं को माइग्रेन की बीमारी घेर रही है। लोगों का आरोप है कि समूचे रहिवासी क्षेत्र में घरों में नल तो है बावजूद पानी 2-3 दिन बाद ही नसीब होता है। स्टेम प्राधिकरण द्वारा 1 एमएलडी पानी समूचे रहिवासी परिसर को आवंटित किए जाने के बावजूद क्षेत्र में ही लगे पानी के अवैध कनेक्शनों की वजह से लोगों को ठीक से पीने का पानी नसीब नहीं होता है। आश्चर्यजनक है कि रहिवासी परिसर में रहने वाले हजारों गरीब लोगों को पानी खरीदकर पीना पड़ रहा है।

    क्षेत्रीय नागरिक रामफल, रामसुमेर, रामभजन आदि ने आपबीती बयां करते हुए कहा कि करीब 5 वर्ष से यहां रहते हैं लेकिन पीने का पानी 2-3 दिन में ही नसीब होता है। घर में पानी न होने से बाजार से 20 लीटर का पानी डिब्बा करीब 30-40 रुपए में खरीदकर पीना मजबूरी है। शासन, ग्राम पंचायत प्रशासन सब कुछ जान समझ कर भी पानी समस्या का निवारण करने में अक्षम साबित हो रहा है। ग्राम पंचायत चुनाव के दौरान जनप्रतिनिधि पानी समस्या निवारण के बड़े बड़े वादे करते जरूर हैं लेकिन कोई सार्थक परिणाम नहीं निकलता है।

    हाईकोर्ट ने भी लगाई थी फटकार

     काटई से सटे हुए कांबा गांव में पानी की समस्या को लेकर पिछले 6 माह पूर्व स्टेम प्राधिकरण और जिला परिषद को हाईकोर्ट ने भी फटकार लगाई थी। हाईकोर्ट ने नागरिकों को पानी आपूर्ति सुनिश्चित कराए जाने का निर्देश दिया था। हाईकोर्ट की फटकार के बाद स्टेम प्राधिकरण द्वारा पानी आपूर्ति के लिए उठाए गए आवश्यक कदमों से  लोगों को पानी नसीब होने लगा है। आश्चर्यजनक है कि कांबा से करीब 1 किलोमीटर की दूरी पर स्थित काटई गांव के रहिवासी भी पानी समस्या से बेजार हैं लेकिन प्रशासन का कोई ध्यान न होने से लोगों में भारी नाराजगी व्याप्त है।

    सरपंच ने दी स्टेम प्राधिकरण को आत्मदाह की चेतावनी

    काटई ग्राम सरपंच नीता जाधव ने स्टेम प्राधिकरण व्यवस्थापकीय संचालक संदेश घरत से मिलकर अबिलम्ब पानी समस्या निवारण की अपील की है। सरपंच नीता जाधव ने पानी समस्या के त्वरित निवारण नहीं होने पर आत्मदाह की चेतावनी दी है।

    पानी समस्या निदान के लिए कार्य तेजी से शुरू

     स्टेम प्राधिकरण  ठाणे व्यवस्थापकीय संचालक संदेश घरत ने सरपंच जाधव को बताया कि आगामी 18 फरवरी से खोणी, काटई, कांबे आदि 3 गांवों को पानी आपूर्ति सुनिश्चित किये जाने के लिए पानी वाल्व, पानी की नई पाइप लाइन डाले जाने का कार्य तेजी से शुरू होगा। पानी समस्या का निदान प्राथमिकता है। 3 गांव के नागरिकों को जल्द ही पानी समस्या से पूर्णतया छुटकारा मिल जाएगा।