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    ठाणे : ठाणेकरों का यह साल स्मार्ट सिटी (Smart City) के तहत शुरू हुई परियोजनाओं (Projects) का तोहफा (Gifts) मिलने वाला है। क्योंकि शहर में इस साल स्मार्ट सिटी के तहत शुरू करीब 1191 करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट पूरा होने वाला है। जिसमें मुख्य रूप से सड़क, पार्क, तालाबों का सुशोभीकरण, पार्किंग, वृक्ष संवर्धन, सीसीटीवी आदि सभी सुविधाओं से लैस करने के लिए 19 परियोजनाएं शामिल है। जिसमें से 17 परियोजनाऐं आगामी छह महीने में पूरा करने का दावा महानगरपालिका प्रशासन ने किया है। ठाणे शहर को केंद्र सरकार ने 2015 में देश के 100 शहरों में स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया है। इस पर करीब एक हजार 191 करोड़ रुपए खर्च होने का अनुमान लगाया गया था। इसमें से शहर को शुरू की गई है। इस परियोजना से केवल पांच परियोजनाओं को पूरा करने में प्रशासन सफल हो पाया है। 

    आपको बता दें कि स्मार्ट सिटी मिशन केंद्र सरकार की एक योजना है। इसी के चलते प्रधानमंत्री ने जून 2015 को भारत के कुल 100 शहरों को स्मार्ट सिटी का दर्जा दिया है। इसमें राज्य के 10 शहरों को चुना गया है। इसमें ठाणे शहर भी शामिल है। ठाणे महानगरपालिका ठाणे स्मार्ट सिटी लिमिटेड इस कंपनी की स्थापना के बाद से विभिन्न प्रकृति की 19 परियोजनाएं शुरू की गई हैं। इन परियोजनाओं में शहर के विकास कार्य शामिल हैं। क्षेत्रीय विकास, पैन सिटी समाधान, ठाणे रेलवे स्टेशन क्षेत्र सुधार प्रकल्प, नौपाड़ा, पांचपाखड़ी, खारकर अली, उथलसर क्षेत्र आदि की सड़कों की मरम्मत और सुविधाएं शामिल हैं।  इसके अलावा मुख्य रूप से सैटिस-2 ठाणे (पू) वाटरफ्रंट, मेंटल हॉस्पिटल की जगह पर नया रेलवे स्टेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, सोलर रूफ कवर, पैन सिटी सॉल्यूशन में इस स्मार्ट सिटी में वाईफाई, स्मार्ट मीटरिंग, डिजी ठाणे, सीसीटीवी प्रोजेक्ट शामिल हैं। इसके लिए 1191 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत तय की गई है। 

    मिली जानकारी के अनुसार कुल 1191 करोड़ रुपए के कुल खर्च में से अब तक सिर्फ पांच प्रोजेक्ट ही पूरे हो पाए हैं। इस पर 629 करोड़ 96 लाख रुपए खर्च किए गए हैं। लेकिन अभी भी 14 छोटी परियोजनाओं को तय समय में पूरा करने में महानगरपालिका स्मार्ट सिटी विभाग असफल रहा है। हालांकि, महानगरपालिका प्रशासन ने इस साल के आगामी छह महीने के भीतर इन परियोजनाओं को पूरा करने का दावा महानगरपालिका प्रशासन ने किया है।   लेकिन इसके लिए ठाणेकरों को जून तक का इंतजार करना होगा। 

    दो प्रोजेक्ट को पूरा करने में लगेगा समय 

    केंद्र और राज्य सरकारों ने इन परियोजनाओं के लिए निर्धारित एक हजार 191 करोड़ रुपए में से केंद्र और राज्य सरकार का हिस्सा होने के साथ-साथ महानगरपालिका प्रशासन भी खर्च वहन कर रहा है। जिसमें से केंद्र से 500 करोड़ की सब्सिडी मिलने की उम्मीद है। इसमें से अब तक 343 करोड़ रुपए प्राप्त हो चुके हैं। राज्य सरकार से 250 करोड़ में से 171 करोड़ प्राप्त हो गए हैं। जबकि महानगरपालिका के हिस्से में से 200 करोड़ रूपए मिला है। इस प्रकार अब तक 714 करोड़ का अनुदान मिला है। जिसमें से अब तक कुल 629 करोड़ 96 लाख रुपए खर्च किया गया है। इसमें से महानगरपालिका का दावा है कि शुरू की गई परियोजनाओं में से अधिकांश परियोजनाएं पूरी होने के कगार पर हैं। सिर्फ ठाणे पूर्व यातायात सुधार प्रकल्प सैटिस-2 के साथ ही मेंटल अस्पताल के पास प्रस्तावित नया रेलवे स्टेशन ही दो परियोजनाओं को पूरा करने में समय लगेगा। 

    स्मार्ट सिटी के तहत शहर में क्षेत्रीय विकास, पैन सिटी समाधान, ठाणे रेलवे स्टेशन क्षेत्र सुधार प्रकल्प, नौपाड़ा, पांचपाखड़ी, खारकर अली, उथलसर क्षेत्र आदि की सड़कों की मरम्मत और सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा मुख्य रूप से सैटिस-2 ठाणे (पू) वाटरफ्रंट, मेंटल हॉस्पिटल की जगह पर नया रेलवे स्टेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर, सोलर रूफ कवर, पैन सिटी सॉल्यूशन में इस स्मार्ट सिटी में वाईफाई, स्मार्ट मीटरिंग, डिजी ठाणे, सीसीटीवी प्रोजेक्ट शामिल हैं। अधिकांश परियोजनाएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं। शेष परियोजनाओं का काम प्रगति पथ पर है। जिसे पूरा करने के लिए जून तक ही इंतजार करना होगा। सिर्फ दो परियोजनाओं को पूरा करने में समय लगेगा।

    - संदीप मालवी, सीईओ, ठाणे स्मार्ट सिटी लिमिटेड