उल्हासनगर महानगरपालिका की संपत्ति पर बन रही थी दुकान, सख्त हुआ प्रशासन

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उल्हासनगर : उल्हासनगर शहर (Ulhasnagar City) में महानगरपालिका के शौचालयों (Toilet) को हड़पने (Grab) के कई मामले हुए है। कई लोग शौचालय तोड़कर वहां दुकाने (Shop) और घर बनाने में सफल हुए लेकिन स्थानीय कैम्प क्रमांक 2 के सोनार गली, बेरेक नंबर 352 यानि शहर के सबसे बड़े सर्राफा मार्केट स्थित शौचालय को हड़पना टिल्लू आहूजा नामक व्यक्ति को भारी पड़ गया। महानगरपालिका प्रभाग समिति 2 के सहायक आयुक्त जेठानंद करमचंदानी की शिकायत पर उल्हासनगर पुलिस ने महानगरपालिका की संपत्ति को नुकसान पहुंचाकर वहां अवैध निर्माण करने के मामले में टिल्लू आहूजा को नामजद किया है। 

गौरतलब है कि जब शौचालय को तोड़कर वहां किसी के द्वारा दुकान बनाने का जब काम चल रहा था तब अनेक लोगों ने सोशल मीडिया के माध्यम से महानगरपालिका के कमिश्नर अजीज शेख से शिकायत की थी। मजेदार बात यह है कि 24 घंटे के भीतर ही दो दुकान बनकर तैयार हो गई और उसकी रंगाई पुताई यहां तक कि उसमें लाइट और बिजली के पंखे भी फिट हो गए थे। आसपास के लोग भी अचंभित थे कि काम इतना फास्ट कैसे हुआ। 

दोबारा शौचालय बनाने की मांग

मामला बढ़ता देख महानगरपालिका के तोड़ू दस्ते ने तोड़ने की कार्रवाई की जबकि भूमाफिया इसको बचाने के लिए संघर्षरत थे। सर्राफा बाजार में आने वाले ग्राहकों और दुकानदारों को परेशानी न हो इसलिए उसी स्थान पर दोबारा शौचालय बनाने की मांग को लेकर उल्हासनगर के विधायक कुमार अयलानी ने महानगरपालिका के कमिश्नर को पत्र लिखा। 

लोगों ने की शिकायत

इस सरकारी शौचालय को लेकर उल्हासनगर के विधायक कुमार अयलानी, पैनल 6 की स्थानीय पूर्व नगरसेविका जया प्रकाश माखीजा, पूर्व बीजेपी नगरसेवक महेश सुखरामनी, समाजसेविका सरिता खानचंदानी, कारी माखीजा सहित दर्जनों लोगों ने पत्र, फोन, टि्वटर से महानगरपालिका कमिश्नर और पुलिस अधिकारियों से शिकायत की थी।