Mira Bhayander Tension
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मुंबई/ठाणे. महाराष्ट्र (Maharashtra) के ठाणे जिले (Thane District) में अज्ञात व्यक्तियों ने दुकानों को निशाना बनाकर फिर से तोड़फोड़ की जिससे अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद भड़की हिंसा से उपजा तनाव और बढ़ गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी। इलाके में ही शोभा यात्रा और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को तीन दिन पहले हिंसा में निशाना बनाया गया था। त्वरित कार्रवाई करते हुए स्थानीय पुलिस ने हाल में हुई तोड़फोड़ के सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है और अधिकारियों को उम्मीद है कि इस तरह के उपायों से क्षेत्र में जल्द से जल्द शांति बहाल करने में मदद मिलेगी। मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, कुल मिलाकर, हिंसा की विभिन्न घटनाओं के सिलसिले में पिछले तीन दिनों में 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्रीकांत पाठक ने संवाददाताओं से कहा कि भारतीय दंड संहिता के तहत कुल आठ अपराध और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दो अपराध दर्ज किए गए हैं और 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कुछ अन्य से भी पूछताछ की जा रही है। धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व वाला ठाणे जिला हाल में हिंसक घटनाओं से प्रभावित हुआ है, जिसने स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौती खड़ी हो गई है।

अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं और हालात और बिगड़ने से रोकने तथा क्षेत्र के लोगों और दुकानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि मंगलवार रात अज्ञात लोगों ने मुंबई के सटे जिले के काशीमीरा, नया नगर और नवघर इलाकों में कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की। मुस्लिम बहुल नया नगर इलाके में तीन दिन पहले सांप्रदायिक झड़प हुई थी। सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से प्रसारित एक वीडियो में मोटरसाइकिल सवार कुछ लोग दुकानों पर पथराव करते दिख रहे हैं।

मीरा भायंदर-वसई विरार पुलिस के अधिकारी ने बताया कि इन इलाकों की दुकानें क्षतिग्रस्त हुई हैं जिसके बाद पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस हमलावरों की पहचान करने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सोमवार को जिले के पडघा इलाके के बोरीवली गांव में एक जुलूस पर हुए हमले के बाद पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने बताया कि जुलूस में कुछ लोग मोटरसाइकिल पर और कुछ लोग पैदल थे जिन्हें लगभग 15 लोगों के एक समूह ने कथित तौर पर रोका और सरियों, डंडों और नुकीले हथियार से उन पर हमला कर दिया।

पडघा थाने के अधिकारी ने बताया कि हमलावरों ने कुछ मोटरसाइकिलों में तोड़फोड़ की और भगवान राम की तस्वीर वाले केसरिया झंडे को फाड़ दिया। उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना में शामिल अन्य लोगों की तलाश जारी है। इससे पहले, रविवार रात ठाणे जिले के नया नगर में आयोजित एक रैली के दौरान दो समुदायों के सदस्यों के बीच संघर्ष हुआ था, जिसके बाद 13 लोगों को हिरासत में लिया। अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद मंगलवार को स्थानीय निकाय ने नया नगर इलाके में सड़क के किनारे बनी ‘‘अवैध” दुकानों को बुलडोजर की मदद से ध्वस्त कर दिया।

यह कार्रवाई महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान के एक दिन बाद की गई, जिसमें उन्होंने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी। वहीं, सोमवार को अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह के अवसर पर ठाणे जिले के मीरा रोड इलाके में निकाले गए जुलूस पर उपद्रवियों ने पथराव कर दिया। एक अधिकारी ने कहा कि कड़ी निगरानी रखी जा रही है और मंगलवार को नया नगर में पुलिस ने फ्लैग मार्च किया। उन्होंने बताया कि इलाके में स्थिति अब सामान्य है, हालांकि वहां भारी पुलिस बल तैनात है। उन्होंने कहा कि इलाके में दुकानें, स्कूल और अन्य प्रतिष्ठान खुल गए हैं।

पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी भड़काऊ वीडियो पर ध्यान न दें। मीरा-भायंदर, वसई-विरार पुलिस ने बुधवार को चेतावनी जारी कर कहा कि फर्जी संदेशों के जरिए सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाने वालों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि वे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा कर सकते हैं और शांति भंग कर सकते हैं।

अधिकारी ने कहा कि ऐसे मामलों में सोशल मीडिया समूहों के ‘एडमिन’ के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने एक चेतावनी जारी कर उस फर्जी वीडियो संदेश का जिक्र किया, जिसमें ‘शरारतपूर्ण’ तरीके से छेड़छाड़ कर कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा मीरा रोड रेलवे स्टेशन में आग लगाने का दावा किया गया है। लोगों से सावधानी बरतने का आग्रह करते हुए कहा गया कि फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया है और व्हॉट्सएप पर भी साझा किया जा रहा है। यह भी कहा गया कि लोगों को न तो ऐसे फर्जी संदेशों पर विश्वास करना चाहिए और न ही उन्हें प्रसारित करना चाहिए। (एजेंसी)