वर्धा. जिले में 1 से 15 सितंबर के दौरान अतिवृष्टि से फसलों का भारी नुकसान हुआ़ इसकी अंतिम रिपोर्ट जिला प्रशासन ने संभागीय आयुक्त के पास भेजी गई है़ एरिगेशन व नान एरिगेशन क्षेत्र के कुल 1,615.78 हेक्टेयर में फसलों का नुकसान हुआ है़ 2,975 बाधित किसानों के लिए 1 करोड़ 11 लाख 93 हजार 506 रु़ की मदद निधि देने की मांग जिला प्रशासन ने वरिष्ठों से की है.
रिपोर्ट की प्रति प्रधान सचिव मददकार्य व पुनर्वसन विभाग, कृषि व पशु विभाग, मुंबई तथा संभागीय आयुक्त कृषि आयुक्तालय, पुणे में भेजी है़ रिपोर्ट के अनुसार इन पंद्रह दिनों में नान एरिगेशन की 1,595.36 हेक्टेयर की फसल का 33 प्रश से अधिक नुकसान हुआ़ इसमें 2,937 किसान प्रभावित हुए है़ उनके लिए 1 करोड़ 8 लाख 48 हजार 448 रु़ की मांग की है.
सेलू तहसील के 29 किसानों के लिए 1 लाख 61 हजार 840 रु़ , देवली में 118 किसानों के लिए 5 लाख 37 हजार 268 रु़ , आर्वी के 1,811 किसानों को 68 लाख 2 हजार 788 रु़ , आष्टी के 91 किसानों को 3 लाख के 91 किसानों को 3 लाख 33 हजार 200 रु़ , कारंजा के 787 किसानों को 2 लाख 51 हजार 813 रु़ व हिंगनघाट तहसील के 101 प्रभावित किसानों को 4 लाख 95 हजार 40 रु़ की मांग जिला प्रशासन ने सरकार से की है.
प्रति हेक्टेयर 6,800 रु. मदद मांग की
नुकसान के लिए प्रति हेक्टेयर आर. 6800 रु़ मदद की मांग हुई है़ वहीं एरिगेशन क्षेत्र की 5 हेक्टेयर की फसल बर्बाद हुई है़ इसमें आर्वी 3.60 हेक्टेयर व हिंगनघाट 1.40 हेक्टेयर क्षेत्र का समावेश है़ 9 बाधित किसानों के लिए 13 हजार 500 रु़ प्रति हेक्टेयर आर. के अनुसार 67 हजार 500 रु़ मदद की मांग है.
15.42 हेक्टेयर में बगीचे नष्ट
1 से 15 सितंबर के दौरान अतिवृष्टि से 15.42 हेक्टेयर क्षेत्र में फल बगीचे नष्ट हुए है़ नुकसानग्रस्त 15 किसानों के लिए प्रति हेक्टेयर आर. 18 हजार के अनुसार 2 लाख 77 हजार 560 रु़ की मदद की डिमांड है़ सर्वाधिक 14.62 हेक्टेयर का नुकसान आर्वी तहसील में हुआ है.