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EVM मशीन (फ़ाइल फोटो )

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वर्धा. बीते लोकसभा चुनाव में 14 प्रत्याशियों ने अपना भाग्य अजमाया था. तब कुल 5 हजार 499 मतदाताओं ने पोस्टल बॅलेट पेपर द्वारा मतदान कर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया. करीब 108 मतदातों ने एक भी प्रत्याशी को पसंद न देते हुए नोटा का बटन दबाया था.
  
इस वर्ष के चुनाव में कितने मतदाता नोटा को पसंदी देते हैं, यह मतगणना के बाद स्पष्ट होगा. सन 2019 में वर्धा लोकसभा चुनाव में राज्यपाल प्रभा राव की पुत्री चारूलता टोकस, एकच मिशन शेतकरी आरक्षण के प्रणेता शैलेश अग्रवाल, भाजपा के रामदास तडस समेत कुल 14 प्रत्यक्षी मैदान में थे. चुनाव में ड्यूटी लगाने के कारण 5 हजार 499 मतदाताओं ने पोस्टल बॅलेट पेपर द्वारा मतदान किया. पोस्टल बॅलेट पेपर द्वारा मतदान करने वालों में सैन्य दल में सेवा देनेवाले 748 मतदाता का समावेश था. जिसमें से 701 मतदाताओं का मत वैध रहा. 41 वोट अवैध रहे. इस वर्ष भी पोस्टल बॅलेट पेपर द्वारा मतदान होगा. जिसकी तैयारी प्रशासन द्वारा की जा रही है.

प्रशिक्षण के दौरान भरना होगा नमुना-12
चुनाव प्रक्रिया में शामिल होने वाले पुलिस, राजस्व, शिक्षा विभाग व अन्य विभाग के अधिकारी व च कर्मचारी तथा सैन्य दल में   सेवा देने वाले पोस्टल बॅलेट पेपर द्वारा मतदान कर सकते हैं. यह सुविधा जिला प्रशासन द्वारा उन्हें उपलब्ध कराई जाती है. जिसके लिये उन्हें चुनाव प्रशिक्षण के दौरान नमुना-12 भरकर देना होता है. बुधवार को चुनाव का पहला प्रशिक्षण होगा. तब कर्मचारी व अधिकारी यह जानकारी भरकर देंगे.

इस वर्ष दिव्यांग व बुजुर्ग को मिलेगी सुविधा
चुनाव आयोग के निर्देश के अनुसार दिव्यांग तथा 85 उम्र से अधिक के बुजुर्ग नागरिक को बॅलेट पेपर से मतदान करने की सुविधा दी गई है. इन व्यक्तियों को नमुना-12 (डी) भरकर देना होगा. जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.

बीते चुनाव की पोस्टल बैलेट मतदान की स्थिति
कुल वोट : 5499
वैध वोट : 5304
अवैध वोट : 87
नोटा वोट  : 108