Crop Loan

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वर्धा. किसानों को सरकार द्वारा कम ब्याज दरों में खेती के लिए कर्ज उपलब्ध किया जाता है. ज्यादा से ज्यादा किसानों को कर्ज योजना का लाभ मिले इसके लिए निरंतर प्रयास किए जाते है़. 2023-24 आर्थिक वर्ष में रिकार्डब्रेक कर्ज वितरण हुआ है. विविध बैंकों द्वारा कुल कर्ज वितरण का 77.38 प्रश टार्गेट पूर्ण किया है. यह टार्गेट समाधानकारक माना जा रहा है.

22 बैंकों को 1,300 करोड़ के कर्ज वितरण लक्ष्य
खेती व्यवसाय में निरंतर अनिश्चितता बनी रहती है. बीते कुछ वर्षों से प्राकृतिक आपदाओं का सामना करते हुए किसान जैसे तैसे खेती कर रहे है़. कभी फसलों पर रोगों का प्रादुर्भाव, कभी बारीश की बेरुखी तथा कभी ज्यादा बारिश के कारण फसल का नुकसान होता है. कई बार स्थिति ऐसी रहती है कि, किसानों का लागत खर्च तक नहीं निकलता. किसानों को खेती करने में आर्थिक दिक्कत न हो इसके लिए प्रतिवर्ष सरकार द्वारा कम ब्याज दरों में खरीफ तथा रबी में कर्ज वितरित किया जाता है. आर्थिक वर्ष 2023-24 में जिले में कार्यरत विविध 22 बैंकों को 1300 करोड़ रुपए कर्ज वितरण का टार्गेट दिया गया था़ जिसमें से 77.38 प्रश टार्गेट पूर्ण हो गया है.

80,736 किसानों को मिला लाभ
इस वर्ष खरीफ में 97195.00 करोड़ तथा रबी में 32805.00 करोड़ सहित कुल 130000.00 करोड कर्ज वितरण का टार्गेट था़ जिसमें से खरीफ में 63,632 किसानों को 76268.44 करोड़ तथा रबी में 17,104 किसानों को 24327.48 करोड रुपयों का कर्ज वितरित किया गया है़ खरीफ में 78.47 प्रतिशत तथा रबी में 74.16 प्रतिशत टार्गेट कर्ज वितरण का पूर्ण हुआ है.

निरंतर बढ़ रहा कर्ज वितरण का टार्गेट
आर्थिक वर्ष 2022-23 में जिला प्रशासन द्वारा 875 करोड़ रुपए कर्ज वितरण का टार्गेट सरकार द्वारा बैंकों को दिया गया था. इसके बाद 2023-24 में कुल कर्ज वितरण का टार्गेट 1,300 करोड़ रुपए बढ़ाया गया है. पहले बैंकों की जटिल शर्तों के कारण अधिकांश किसान कर्ज के लाभ से वंचित रहते थे़ साथ ही किसानों में नियमित कर्ज चुकाने को लेकर जागरूकता भी नहीं थी. किंतु, परिस्थिति में काफी बदलाव हुआ है. अब कर्ज के लिए पात्र किसानों की संख्या बढ़ने से निरंतर कर्ज का लाभ लेने वाले किसानों की संख्या में वृद्धि हो रही है. आगामी पखवाड़े में नए आर्थिक वर्ष का कर्ज वितरण टार्गेट स्पष्ट होगा, यह अनुमान लगाया जा रहा है.