वर्धा. जिले में एसटी की हडताल रुकने का नाम नहीं ले रही है़. सरकार के अल्टीमेटम के बाद अब तक वर्धा विभाग में 200 के करिब कर्मचारी काम पर लौटे है़. फलस्वरुप प्रतिदिन 80 एसटी बसे दौड रही है़ किन्तु ग्रामीण क्षेत्र में आज भी एसटी सेवा ठप है़.
बता दें कि, रापनि का राज्य सरकार में विलिन की मांग को लेकर 28 अक्टूबर से एसटी कर्मियों ने हडताल शुरु की है़ बिच के दिनों में आंदोलन को हिंसक रुप भी मीला था़ किन्तु सरकार ने अधिकांश मांगे पुर्ण कर ली है़ किन्तु विलीनीकरण के मुख्य मांग को मानने के लिए सरकार तैयार नहीं है़. इसी बीच कर्मचारियों की एक संगठन ने हडताल पिछे लेने का निर्णय लिया है़ फलस्वरुप एक एक कर कर्मचारी काम पर लौट रहे है़. इससे रापनि ने डीपो से कुछ बसे छोडना शुरु कर दिया है़ रापनि वर्धा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अब तक जिले में 200 के करिब कर्मचारी काम पर लौट चुके है़. फलस्वरुप प्रतिदिन 80 एसटी बसे दौड रही है़ किन्तु उक्त बसे केवल एक जिले से दूसरें जिले में अथवा बडे सेंटर पर ही पहुंच रही है़.
आज भी ग्रामीण क्षेत्र में एसटी सेवा सुचारु तरिके से शुरु न होने के कारण ग्रामीण यात्री व विद्यार्थियों को परेशानिया उठानी पड रही है़. वर्तमान में दसवीं व बारहवीं की परिक्षा शुरु होने से विद्यार्थियों को दिक्कते उठानी पड रही है़ सरकार ने सभी कर्मियों को 10 मार्च तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया था़. किन्तु जिले में 70 प्रतिशत कर्मचारी हडताल पर डटे हुए है़. परिणामवश आज भी पुर्ण क्षमता से जिले में एसटी सेवा शुरु नहीं हो पायी है़ सरकार व प्रशासन इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर इस समस्या से निजात दिलाए, ऐसी मांग ग्रामीण यात्रि कर रहे है़.