वर्धा. किसानों ने खरीफ मौसम के साथ ही रबी व गर्मी की फसल बड़े पैमाने पर लेनी चाहिए़ इसके लिए नियोजन किया गया है़ फलस्वरुप रबी व गर्मी की फसल के लिए 1 लाख 10 हजार हेक्टेयर पर नियोजन किया गया है़ वर्तमान में 86 हजार हेक्टेयर पर रबी की बुआई पूर्ण हो चुकी है़ यह आंकड़ा 1 लाख हेक्टेयर तक जाने की संभावना है.
जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार की ओर से ली गई फसल बुआई की जायजा बैठक में संबंधित विभाग ने जानकारी पेश की़ बैठक में जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी अनिल इंगले, आत्मा की प्रकल्प संचालक डा़ विद्या मानकर, उपविभागीय कृषि अधिकारी अजय राऊत, लीड बैंक के प्रबंधक वैभव लहाने, जलसंपदा व सबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे.
बुआई की स्थिति का लिया जायजा
पालकमंत्री सुनील केदार ने जिले में रबी व गर्मी की फसल क्षेत्र बढ़ाने के निर्देश दिए थे. विशेषत: मूंगफल्ली व गर्मी की सोयाबीन फसल लेने की सूचना की गई थी़ इस तर्ज पर जिलाधिकारी ने संबंधित विभाग के अधिकारियों की बैठक बुलाकर उचित दिशानिर्देश जारी किए थे़ जिले में रबी मौसम का 1 लाख 5 हजार हेक्टेयर पर नियोजन है़ इसमें से 86 हजार हेक्टेयर पर बुआई पूर्ण हो चुकी है़ सर्वाधिक बुआई 72 हजार 500 हेक्टेयर चना फसल है़ इसके अलावा ज्वार, गेहूं व मका का क्षेत्र 11 हजार 500 हेक्टेयर, तथा अन्य फसल 160 हेक्टेयर बताई गई़ रबी व गर्मी फसल के लिए बीज पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराये गए.
रबी फसल में अच्छी फसल लें किसान : कलेक्टर
कुल 50,000 क्विंटल बीज किसानों को उपलब्ध कराये गए़ इसमें सर्वाधिक 26 हजार 500 क्विंटल बीज गेहूं तथा 19 हजार 500 क्विंटल बीज चना फसल के लिए उपलब्ध कराये गए़ गर्मी की मूंगफल्ली के लिए लगभग 5 हजार क्विंटल बीजों की व्यवस्था करायी गई है़ वहीं जिले में प्रति वर्ष बड़े पैमाने पर गर्मी की सोयाबीन फसल बुआई का प्रयोग किया जाएगा़ गर्मी की सोयाबीन को अच्छा मूल्य मिलता है़ जबकि उत्पादन भी अच्छा रहता है़ इसलिए 1 हजार हेक्टेयर पर इस वर्ष पहली बार गर्मी की सोयाबीन फसल बोई गई है़ जिले में रबी फसल के लिए पानी उपलब्ध होने से किसानों से लाभ लेने का आह्वान किया है़ इसके लिए कृषि विभाग को ध्यान देने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए है.