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    वर्धा. आगामी दिनों में होने जा रही जिप व पंस के चुनाव को लेकर फिर संभ्रम पैदा हो गया है़ बुधवार को मंत्रिमंडल के बैठक में पुराने गुट व गन के अनुसार ही चुनाव लिया जाएगा, ऐसा निर्णय लिया गया है़ इसके चलते चुनाव से जुड़ी आरक्षण की प्रक्रिया फिर एक बार अटक गई है़ अब चुनाव आयोग के निर्देश के बाद ही यह काम आगे बढ़ेगा, ऐसी जानकारी चुनाव अधिकारी ने दी है.

    नई प्रभाग रचना घोषित

    जिला परिषद व पंचायत समिति के आम चुनाव के लिए प्रभाग नई प्रभाग रचना घोषित की गई है. फलस्वरूप जिले में जिप की 5 तथा पंस की 10 सीटें बढ़ गई है़ं पहले की तुलना में जिप की कुल 57 व पंस की 114 सीटें हो गई है़ं इस बारे में आपत्ति मंगवाई गई थी़ इसके बाद चुनाव आयोग ने अंतिम प्रभाग रचना भी जारी कर दी़ इतना ही नहीं, 28 जुलाई को जिप व पंस आरक्षण के लिए ड्रा खोला गया.

    आरक्षण घोषित होने से अनेक इच्छुकों के चेहरों का रंग उड़ गया था़  इस पर 2 अगस्त तक आपत्ति भी मंगवाई गई़ अंतिम दिन तक पंस के लिए 2 व जिप के लिए 2 कुल 4 आपत्तियां दर्ज की गई़ं 5 अगस्त को अंतिम आरक्षण सूची प्रसिध्द होनी थी़  परंतु इसी बीच बुधवार को हुए मंत्रिमंडल के निर्णय से प्रशासनिक विभाग भी अचंभे में आ गया है.

    बैठक में 2017 के निर्णयानुसार ही जिप व पंस के चुनाव लिये जाएंगे, ऐसा निर्णय हुआ है़ इसके अनुसार जिप की 52 व पंस की 104 सीटों पर ही चुनाव होगा, ऐसी चर्चा ने जोर पकड़ा है़ परंतु जिला चुनाव विभाग से संपर्क करने पर बताया गया कि, इस बारे में अब तक चुनाव आयोग से किसी प्रकार के निर्देश प्राप्त नहीं हो पाये है़ं जब तक नए निर्देश नहीं मिलते, तब तक चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है, ऐसा बताया गया. 

    नए सिरे से चलेंगी प्रक्रिया

    मंत्रिमंडल बैठक के अनुसार पुराने तरीके से चुनाव लिये गए तो चुनाव आयोग को नए सिरे से संपूर्ण प्रक्रिया चलानी होंगी़ इसके लिए पुन: प्रभाग रचना तैयार करनी होगी. नए से आरक्षण घोषित होंगे़ इस संपूर्ण प्रक्रिया पर समय व खर्च की बर्बादी होगी़ उपरोक्त निर्णय को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं ने जोर पकड़ा है.