वर्धा. बिते सप्ताह बेमौसम बारिश ने कहर ढाह दिया है. जिसके बाद गत 2 दिनों से फिर आसमान में बादल मंडराने के कारण किसानों की धड़कनें तेज हो गई है. मौसम विभाग ने भी बारिश होने की संभावना जताई है. गत सप्ताह हुई बारिश के कारण कपास की फसल का भारी नुकसान हुआ था. कपास गीला होने के साथ तुअर की फसल के फूल पर बुरा प्रभाव पड़ा था.
इस नुकसान से किसान उबर नहीं पाये कि फिर से मौसम ने करवट बदली है. ठंड नदारद होने व बदरीले मौसम के चलते तुअर व चने की फसल पर इल्लियों का प्रकोप बढ़ गया है. किसानों के हाथ से कपास की फसल पूरी तरह निकल सकती है. कपास गीला होने के कारण उसके दर्जे पर प्रभाव पड़ेगा. जिससे उसे मार्केट में कम दाम मिलेगा.
कपास फसल को नुकसान
बारिश से कपास गीला होने के कारण जमीन पर गिरने का खतरा अधिक है. परिणामवश किसानों की चिंता बढ़ गई है. इस वर्ष प्राकृतिक आपदा किसानों का पीछा नहीं छोड़ रही है. एक के बाद के आपदा किसानों पर आ रही है. पहले हुए नुकसान मुआवजा अबतक किसानों को नहीं मिला है, ऐसे में निरंतर आ रही आपदा के चलते उसकी कमर टूटने वाली है.