वर्धा में निरंतर बरसात से किसानों का भारी नुकसान, 3 तहसीलों में अतिवृष्टि

    Loading

    • वर्धा में 70.9 मिमी वर्षा दर्ज
    • हिंगनघाट में 103 मिमी वर्षा दर्ज
    • समुद्रपुर 148.1 मिमी वर्षा दर्ज
    • 2 लोग बहे
    • मकान धराशायी
    • खेती फसल नष्ट
    • कई मार्ग बंद

    वर्धा. जिले में सप्ताहभरे से मूसलाधार बारिश हो रही है़ बीती रात्रि हुई बारिश ने जिले में कहर बरपा है़ पिछले चौबीस घंटे में जिले के वर्धा तहसील में 70.9 मिमी, हिंगनघाट तहसील में 103 मिमी व समुद्रपुर तहसील में 148.1 मिमी अतिवृष्टि दर्ज की गई़ इस अतिवृष्टि की चपेट में आकर दो लोग पानी में बह गए़ अनेक मकान धराशायी हुए़ खेत जलमग्न होने से सैकड़ों हेक्टेयर की फसल बर्बाद हो गई़ नदी, नालों में बाढ़ आने तटवर्तीय इलाकों में सतर्कता की चेतावनी प्रशासन ने दी है़ पुल से पानी बहने के कारण तलेगांव-आर्वी मार्ग की यातायता बंद है. यही स्थिति हिंगनघाट, कारंजा तहसील के कुछ मार्गों की है.

    सालई पेठ व पवनुर के नाले में बहे 2 लोग

    बाढ़ की चपेट में आकर दो लोगों के बहने की जानकारी है़ सेलू तहसील के हिंगणी समीप सालई पेवठ के नाले में सोमवार को बाढ़ आयी़  बाढ़ की चपेट में आकर ब्राह्मणी निवासी संतोष उत्तम आड़े (35) बह गया़  खेत का काम निपटाकर वह वापस लौट रहा था़  नाला पार करते समय वह बह गया़  रात में बचाव कार्य प्रभावित हुआ. बुधवार की सुबह सालई निवासी पुरुषोत्तम सावरकर के खेत के पास संतोष आड़े का शव मिला़  दूसरी ओर वर्धा तहसील के पवनुर निवासी शालिक कृष्णा पाटील (65) माता मंदिर परिसर में बाढ़ की चपेट में आने की जानकारी है़  उसकी सर्वत्र तलाश चल रही, परंतु अब तक उसका कही पर पता नहीं चल पाया. 

    तहसीलस्तरीय दर्ज बारिश

    तहसील बारिश (मिमी)

    आर्वी 328.1 

    कारंजा 272.5 

    आष्टी 240.2 

    वर्धा 375.3

    सेलू 350.1

    देवली 313.0

    हिंगनघाट 388.7

    समुद्रपुर  489.2

    कुल :  363.01 मिमी

    जिले के 22 मंडलों में अतिवृष्टि

    जिले में पिछले चौबीस घंटे में 22 मंडल में अतिवृष्टि दर्ज की गई़  इसमें वर्धा तहसील के वर्धा मंडल में 72.3 मिमी, वायगांव में 73 मिमी, आंजी 103.5 मिमी, सेवाग्राम में 66.8 मिमी, सेलू तहसील के हिंगणी में 72.8 मिमी, सिंदी रे़ में 67.3 मिमी, देवली तहसील के गिरोली में 70.8 मिमी, हिंगनघाट तहसील के गिरोली में 70.8 मिमी, हिंगनघाट में 96.8 मिमी, सावली वाघ में 87.5 मिमी, वाघोली में 113.3 मिमी, वडनेर 100.3 मिमी, अल्लीपुर में 122.3 मिमी, सिसगांव में 121 मिमी, पोहना 84 मिमी, कानगांव 98 मिमी, समुद्रपुर तहसील में समुद्रपुर 253.8 मिमी, जाम 110 मिमी, कोरा 68.5 मिमी, वायगांव गोंड 253.8 मिमी, कांढली 168 मिमी, मांडगांव 210.5 मिमी, नंदोरी 74.8 मिमी बारिश दर्ज की गई. 

    मांडगांव जलमग्न, भारी तबाही

    तहसील में मंगलवार की रात्रि मूसलाधार बारिश हुई़ इसमें मांडगांव समीप लेंडी नाले में बाढ़ आई़  परिणामवश सुजातपुर मार्ग से सटे इंदिरा वार्ड, कुम्हारपुरा, पेठ बस्ती में पानी घुस गया़ मकानों में पानी भरने से लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ा. अनेक परिवार जो सामग्री हाथ लगी, उसे उठाकर सुरक्षित स्थल पर पहुंच गए़  इसमें घर में रखा अनाज व अन्य सामग्री खराब हो गई़ गांव के प्रशांत वानखेडे, विठ्ठल वानखेडे, भीम आत्राम, किसना लोणकर, अनिल दडमल, गजानन दडमल, उत्तम वादाफले, दुर्गा येंडे, मधुकर नागोसे, राजू लटधारे, विठ्ठल दडमल, गजानन भरसकल, कैलास वादफले, दादू सुरपाम, मुकेश मसराम, हुशेन कुडमते, श्रीधर वानखेडे, उमेश वानखेडे, गणपत वानखेडे, रंजना जोगे, जीवन बावणे सहित अनेक के मकान का नुकसान हुआ है.  

    पेठ बस्ती को बाढ़ ने घेरा

    पेठ बस्ती में 100 से 125 परिवारों को बाढ ने घेर लिया़  परिणामवश उनका अन्य क्षेत्र से संपर्क टूट गया़ उसी प्रकार कुम्हारबस्ती में भी 20 से 25 मकानों में पानी घूस गया़  मैनामाता मंदिर का परिसर तालाब में तब्दील हो गया था़ बाजार परिसर में दस फीट तक पानी जम गया था़ नाले में पत्थर की पिचिंग जरुरी होते हुए भी नहीं की गई, इससे ग्रामीणों के हाल बेहाल हो रहे है़ं निरंतर बारिश से कई मकान क्षतिग्रस्त हुए़ बारिश के कारण फसल भी बडी मात्रा में नष्ट हो गई़ नुकसान की जानकारी पुलिस पटेल गणेश तडस ने राजस्व प्रशासन को दी़ बुधवार को जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार, तहसीलदार, बीडीओ की टीम गांव में पहुंची थी़  नुकसान का जायजा लिया गया़  इस मौके पर गांव सरपंच व ग्रामीण मौजूद थे. 

    33 केवी उपकेंद्र बाढ़ की चपेट में

    परिसर स्थित महावितरण का 33 केवी उपकेंद्र भी पानी के चपेट में आ गया़ चारों ओर पानी भर जाने से रात्रि के समय काम करनेवाले कर्मी जान जोखिम में डालकर काम करते दिखाई दिए़  यहां किसी अनहोनी का डर लगा हुआ है. 

    समुद्रपुर : नपं कार्यालय में घुसा पानी

    रातभर धुआंधार बारिश होने से लेंडी नाले का पानी वार्ड क्रं. 1 स्थित संस्कार ज्ञानपीठ सहित आसपडोस के परिसर में घूसा़ वार्ड क्रं. 2 के इंदिरा नगर व नगरपंचायत कार्यालय में पानी घुस गया़ इससे अहम फाइलें व दस्तावेज खराब हो गए थे़ कर्मी खुद पानी निकालते दिखाई दिए़ वार्ड क्रं. 6, 7 व 8 भी जलमय हो गया़ वार्ड क्रं. 14 व 15 में पानी घूसने से दीपाली मंगल कार्यालय की नाली का पाणी से बड़ी मुसबीत उठानी पड़ी. तहसीलदार राजू रणवीर इसकी सूचना दी गई़ कई दूकानों में भी बारिश का पानी घूस गया था़ शहर के वार्ड क्रं. 3, 4, 5 व 13 में भी बारिश का पानी जम गया था.

    कारंजा-घा: 6 गांवों से संपर्क टूटा, बस अटकी

    रात्रि के समय हुई मूसलाधार बारिश से क्षेत्र के नदी, नालो में बाढ़ आई़  नदी तट पर बसे गांवों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है़ शहर को जोड़नेवाला कारंजा-माणिकवाड़ा मार्ग पर खड़क नदी में बाढ़ आने से पुलिया के ऊपर चार फीट पानी का बहाव था़  परिणामवश मार्ग का आवागमन ठप रहा़  इससे सावरडोह, खापरी, सुसुंद्रा, बेलगांव, माणिकवाड़ा, तारासावंगा आदि गांवों का कारंजा शहर से संपर्क टूट गया था़  कारंजा-द्रुगवाडा बस बाढ़ के कारण एक छोर पर अटकी रही़ पानी न उतरने से बस वापस बसस्थानक पर लौट गई़  इससे शालेय विद्यार्थी, नागरिकों को परेशानी उठानी पड़ी. 

    हिंगनघाट: 30 परिवारों का स्थानांतरण

    मूसलाधार बारिश से समीपस्थ बहनेवाली वणा नदी उफान पर है़ जलस्तर बढ़ने से नदी का पानी शहर की कुछ बस्तियों में घुस गया है़ श्मशानभूमि भी पहली बार पानी के नीचे आ गई़ भगवान शंकर की प्रतिमा का 20 फीट चबूतरा भी पानी में डूब गया़  सावधानी बरतते हुए पुलिया से आवागमन रोक दिया गया है़ नदी किनारे में बसी बस्तियों को सतर्कता की चेतावनी दी गई है़ कुछ परिवारों को समीप के स्कूल में स्थनांतरित किया गया़ प्रकल्पों के दरवाजे खोले जाने से नदी का जलस्तर बढ गया है़ शहर के निशानपुरा वार्ड, शीतला माता मंदिर परिसर सहित कुछ हिस्सो में बाढ़ का प्रकोप देखा गया़ परिसर के सभी लेआउट जलमग्न हो गए़ प्रशासन ने बाढ़ नियंत्रण दल परिसर में तैनात कर दिया है़ अब तक 30 से अधिक परिवारों को सुरक्षीत जगह पर स्थानांतरित किया गया़ उपविभागीय अधिकारी के मार्गदर्शन में तहसीलदार सतीश मासाल के नेतृत्व में प्रशासन अलर्ट मोड पर है़ बुधवार को विधायक समीर कुणावार, जिलाधिकारी प्रेरणा देशभ्रतार व एसडीओ शिल्पा सोनाले ने बस्ती में पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. 

    नांद व वड़गांव बांध से छोड़ा पानी

    वणा नदी को आयी बाढ़ से टेंभा परिसर के खेतों में पानी घुस गया़  करीब 400 एकड़ जमीन पानी के नीचे आ गई़  बाढ़ का पानी गांव तक पहुंच गया है़  टेंभा से दोंदुडा मार्ग ठप होने से गांवों का संपर्क टूट गया ह़ै  स्कूली विद्यार्थी स्कूलों में न पहुंचने से उनका शैक्षणिक नुकसान हो रहा है़  क्षेत्र के किसानों को शीघ्र नुकसान भरपाई देने की मांग टेंभा के सरपंच ने की है़  इतना ही नहीं, वाघोली, कान्हापुर, बोरखेडी, डाग, किनगांव, बोथुडा, बोरगांव, खैराटी, दाभा, चिंचोली, चिखमोह, हेटी सावंगी में भी फसल खराब हो गई़  नांद प्रकल्प के 9 गेट तथा वड़गांव प्रकल्प के 17 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है.