वर्धा. स्थानीय बजाज विज्ञान महाविद्यालय देश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए मशहूर है़ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के विचारों की धरोहर प्राप्त महाविद्यालय ने प्राचार्य डा़ ओम महोदय के कुशल नेतृत्व में प्रथम भाषिक अल्पसंख्यंक स्वायत्त महाविद्यालय, स्टार कालेज, उत्कृष्ट क्षमताशील महाविद्यालय, नैक द्वारा अ दर्जा प्राप्त महाविद्यालय सहित अनेक बहुमान प्राप्त है.
केंद्र सरकार की विभिन्न संस्थाओं की ओर से महाविद्यालय में उपक्रम चलाने के लिए अनुदान दिया जाता है़ संस्था में से एक राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान संस्था ने दिए अनुदान से महाविद्यालय ने सौलर ऊर्जा से 50 किलोवाट बिजली निर्माण का प्रकल्प स्थापित किया गया है.
6 एकड़ में फैले कालेज में 2,000 छात्र
सूरज से उष्णता व प्रकाश के रूप में 174 पेंटावैट ऊर्जा प्राप्त होती है़ किंतु इससे 20 प्रश ऊर्जा छोड़कर अन्य ऊर्जा वातावरण में चली जाती है़ हमारे देश में सालभर सूरज की रोशनी मिलती है, जिससे सोलर ऊर्जा बड़े पैमाने पर निर्माण होती है़ सूरज से मिलने वाली ऊर्जा से अल्प पैमाने पर ही क्यों न हो देशहित में कार्य करें, इस उद्देश्य से महाविद्यालय में सोलर ऊर्जा प्रकल्प का निर्माण किया गया है. करीब 6 एकड़ पर फैले महाविद्यालय में 2,000 के आसपास छात्र पढ़ाई ले रहे है़.
शिक्षा मंडल के सभापति भार्गव ने की सराहना
23 क्लासेस तथा वरिष्ठ महाविद्यालय से संबंधित विभिन्न विषयों की 26 प्रयोगशाला, भाषा विभाग, गणित विभाग 1, उपहारगृह 6, स्वच्छतागृह आदि सुविधाओं से युक्त महाविद्यालय को 50 किलोवाट बिजली प्रतिदिन लगती है़ यह जरूरत सोलर ऊर्जा के माध्यम से पूर्ण करने के लिए महाविद्यालय परिसर में लाइफ साइंस विभाग के ऊपर 40 केवी क्षमता के 102 संच व छात्रावास पर 10 केवी क्षमता के 16 संच लगाए गए है़ यह नाविन्यपूर्ण उपक्रम स्थापित करने से महाविद्यालय में हर्ष का वातावरण है़ महाविद्यालय में चलाए जा रहे उपक्रमों की मातृसंस्था शिक्षा मंडल के सभापति संजय भार्गव ने सराहना की है.