वर्धा. पिछले कुछ वर्षों से बीडीएस प्रणाली शासन स्तर पर बंद की गई है़ यह प्रणाली 8 दिनों के भीतर शुरू करने की मांग शिक्षक परिषद, तक्रार निवारण समिति के अजय भोयर ने की है़ अन्यथा जिला परिषद कार्यालय के सामने बेमियादी अनशन करने की चेतावनी दी है.
वित्त मंत्री, वित्त विभाग के प्रधान सचिव तथा संचालक, लेखा व कोषागार को शिक्षक परिषद, तक्रार निवारण समिति ने भेजे पत्र में कहा कि राज्य के सभी जिलों में कार्यरत शिक्षक व शिक्षकेतर कर्मचारियों ने उनकी भविष्य निर्वाह निधि अग्रिम निकालने के लिए प्रस्ताव तथा फाइनल विड्राल की रकम प्रदान करने के बारे में प्रस्ताव वेतन पथक कार्यालयके पास प्रस्तुत किए थे़ लेकिन बीडीएस प्रणाली बंद कर रखी है़ इससे राज्य के शिक्षक-कर्मचारियों को मानसिक त्रासदी झेलनी पड़ रही है.
डेढ़ माह से बंद पड़ी है विड्राल की सुविधा
22 जून को वेतन दस्ते के अधीक्षक के मार्फत बेमियादी अनशन करने की चेतावनी दी थी़ इसके बाद कुछ समय के लिए बीडीएस प्रणाली शुरू की थी, जिससे कुछ मामलों का निपटारा हुआ, लेकिन फिर डेढ़ माह से बीडीएस प्रणाली बंद रखी गई है़ इससे शिक्षक कर्मचारियों को अपने हक की तथा बचत की भविष्य की जमापूंजी से वंचित रहना पड़ रहा है़ रोष व्याप्त सेवानिवृत्त शिक्षक, कर्मचारियों की भविष्य निर्वाह निधि का फाइनल विड्राल की रकम जरूरत पड़ने पर शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों को उपलब्ध कराना सरकार की जिम्मेदारी है.
तक्रार निवारण समिति ने शासन से लगाई गुहार
इससे 8 दिनों में बीडीएस प्रणाली शुरू करने की मांग शिक्षक परिषद, तक्रार निवारण समिति ने की है. अन्यथा आमरण अनशन शुरू किए जाने की चेतावनी दी है. इस प्रसंग पर रमेश टपाले, रवींद्र मस्के, दत्ता भांगे, राजू कारवटकर, देविदास गावंडे, धनराज कावटे, संजय चौधरी, भरत चौधरी, प्रशांत चौधरी, विजय देशमुख, सुनील गायकवाड, राजकुमार तिरभाने, अरुण ढोक, अरुण हुड, उद्धव गाडेकर आदि शिक्षक उपस्थित थे.