आदिवासी प्रकल्प कार्यालय में विद्यार्थियों का धरना, बिरसा ब्रिगेड, एआयआयएसएफ ने किया नेतृत्व

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    वर्धा:  बिरसा ब्रिगेड व एआयआयएसएफ के नेतृत्व में विद्यार्थियों ने स्थानिय आदिवासी प्रकल्प कार्यालय के सामने धरना आंदोलन किया़  शैक्षणिक डीबीटी का जीआर तुरंत रद्द करें, बिकाया डीबीटी तत्काल जमा करें, आदि विभिन्न मांगों के बारें में उपस्थितों ने विचार व्यक्त किए़ साथ ही नारेबाजी कर मांगों की ओर सरकार का ध्यानाकर्षण किया गया़ 

    12 प्रमुख मांगों का समावेश

    शैक्षणिक डीबीटी यह विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड करनेवाला जीआर है़  जिसे तत्काल रद्द कर पुर्ववत भोजनालय संबंधित जीआर  निकाला जाए, शैक्षणिक सत्र में 2020-21 व 22 के सत्र की बकाया डीबीटी तत्काल जमा करें, महाविद्यालय के प्रवेश की तारीख से विद्यार्थियों की डीबीटी जमा की जाए.

    सरकारी नौकर भरती के लिए निकाले गए पदों के लिए आदिवासी छात्रागृह प्रवेशित विद्यार्थियों की फीस आदिवासी विभाग द्वारा भरी जाए, आदिवासी समाज के सुशिक्षीत बेरोजगारों को रोजगार के अवसर उपलब्ध करें, एकात्मिक आदिवासी विकास प्रकल्प, वर्धा कार्यालय के निर्माण के प्रस्ताव को तुरंत प्रशासकीय मंजुरी प्रदान कर निधी उपलब्ध करें.

    आदिवासी बच्चों का पुराना छात्रावास, वर्धा व आदिवासी बच्चों का छात्रावास, सेलु में छात्रावास का निर्माण करें, वर्धा जिले के अनु़ जमाति के लाभार्थियों को वनहक पट्टे प्रदान करने के लिए मुहीम चलाने के संबंधित जिलाधिकारी को उचित निर्देश दे, आदिवासी गांव में सामाजिक भवन, आदिवासी विद्यार्थियों को जिलास्तर पर लायब्ररी, ठक्कर बाप्पा आदिवासी वसती सुधारणा योजना के लिए जिले के लिए विशेष निधी का प्रावधान करें, आदि मांगे की गई है़  

    -तीव्र आंदोलन की चेतावनी

    मांगे जल्द से जल्द पूर्ण नहीं की तो आगे तीव्र आंदोलन किया जाएगा, ऐसी चेतावनी बिरसा ब्रिगेड के वर्धा जिलाध्यक्ष सुरज आत्राम ने दी है़  आंदोलन में प्रशिता नारनवरे, अस्मिता तोडासे, निकिता तुमडाम, आरती नारनवरे, रुणाली तोडासे, लक्ष्मी उईके, पुष्पा भलावी, शिवानी उईके, जान्हवी कौरती, वैष्णवी पुरके, स्नेहल तुमडाम, मंगेश सराटे, विठ्ठल मसराम, विठ्ठल मडावी, जयंत घोडाम, सागर पंधराम, अभय कुमरे, अनिकेत मडावी, सुमित वलके आदि विद्यार्थी बडी संख्या में उपस्थित थे़