Online education system failed in Tehsil

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    देवली (सं). राज्य सरकार के शिक्षा विभाग के निर्देशानुसार शहरी विभाग के साथ ही ग्रामीण क्षेत्रों में दोबारा अब आनलाइन शिक्षा प्रणाली शुरू की जा रही है, ऐसे में जिन पालकों के पास स्मार्ट फोन है, उनके बच्चों को आनलाइन शिक्षा ग्रहण करना आसान है. वहीं जिन विद्यार्थियों के पास स्मार्ट फोन नहीं है एवं खरीदने में असमर्थ है. साथ ही जहां मोबाइल के कवरेज नहीं मिलते हैं, उनकी आनलाइन शिक्षा प्रणाली से अवश्य ही पीछे चले जाएंगे. इस कारण सरकार की ओर से गरीब विद्यार्थियों के लिए पर्याप्त व्यवस्था करवाने की आवश्यकता है. 

    मोबाइल खरीदी करने में अनेक पालक असमर्थ

    जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में बेरोजगार, किसान एवं खेतिहर मजदूर है, उनकी आर्थिक स्थिति गम्भीर होने से उन्हें अपने बच्चों के लिए 7000-8000 रु. का स्मार्ट मोबाइल खरीदना संभव नहीं होता. आनलाइन शिक्षा प्रणाली काफी नुकसान देह साबित होती है. इस कारण ग्रामीण क्षेत्र के गरीब एवं मेधावी विद्यार्थियों को काफी नुकसान हुआ है. कोरोना वायरस महामारी के चलते शहर एवं ग्रामीण के लोग काफी प्रभावित हुए हैं, इनमें कई ग्रामीणों ने अपनी नौकरी खो दी है, व्यापार बंद हो चुके हैं. 

    लत लगने से मानसिकता पर असर

    वर्तमान में ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों को अपनी आजीविका के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ रही है. वहीं जिन बच्चों के पास मोबाइल है, वह दिनभर मोबाइल में अपना समय बिता रहे हैं. मोबाइल की लत लगने से मानसिकता असर पड़ रहा है. यह पालकों के लिए चिंता का विषय है.

    आजीविका चलाना हो गया मुश्किल

    वर्तमान स्थिति में ऐसे कई पालक हैं, जिन्हें अपने परिवार की आजीविका चलाना मुश्किल हो रहा है. साथ ही किसान खेतिहर मजदूरों की आर्थिक स्थिति पूर्णतः गम्भीर हो चुकी हैं, ऐसे में उनके पालकों को आनलाइन शिक्षा लेना टेढ़ी खीर साबित हो सकता है.