वाशिम. राज्यपाल द्वारा घोषित 8,000 की सहायता अत्याधिक कम है. इस सहायता को बढ़ाकर प्रति हेक्टेयर 25,000 रु. दिए जाए . यह मांग शिवसेना की ओरसे की गई है. इस संदर्भ में सांसद भावना गवली व शिवसेना के
वाशिम. राज्यपाल द्वारा घोषित 8,000 की सहायता अत्याधिक कम है. इस सहायता को बढ़ाकर प्रति हेक्टेयर 25,000 रु. दिए जाए . यह मांग शिवसेना की ओरसे की गई है. इस संदर्भ में सांसद भावना गवली व शिवसेना के जिला प्रमुख सुरेश मापारी के नेतृत्व में जिले के सैकड़ों किसान व शिवसेना कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर जिलाधिकारी मार्फत राज्यपाल को निवेदन सौंपा.
निवेदन में कहा गया है कि इस वर्ष वापसी की बारिश से किसानों का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है़ आर्थिक संकट में आए किसानों का रबी मौसम भी खतरे में आ गया है़ इसलिए राज्यपाल द्वारा घोषित की हुई सहायता प्रति हेक्टयर 8,000 रुपये कम है़ प्रति हेक्टयर 25 हजार रुपये सहायता शीघ्र देने दी जाए. इस वर्ष राज्य में वापसी की बरसात से किसानों के हाथ में आई हुई फसलों का नुकसान हुआ है़ इसमें वाशिम जिले के सभी 6 तहसीलों में खेती का, फसलों का व कृषि मालों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है़ जिससे किसानों को आर्थिक संकटों का सामना करना पड़ रहा है़
सहायता के बिना नहीं कर सकते बुआई
प्रशासन की ओर से घोषित की गई आर्थिक सहायता अत्यल्प होने से किसानों के खरीफ फसलों के नुकसान की भरपाई नहीं हो सकती़ इसमें ही रबी की फसल लेने के लिए किसानों को आर्थिक सहायता की आवश्यकता है़ मौसम की तैयारी, बुआई भी सहायता के विना नहीं कर सकते़ इसलिए शासन ने किसानों को त्वरीत सहायता प्रदान करने के साथ ही विविध मांगे की गई़ जिन किसानों ने खरीफ फसल का बीमा निकाला है़ उनकों तुरंत बीमा राशि प्राप्त होना चाहिए़ इसके लिए संबंधित कंपनियों को सूचना दी गई है़ जिन किसानों ने प्रधानमंत्री सन्मान यंत्रणा का लाभ नहीं मिला उनको इस योजना का लाभ देना चाहिए़
इस अवसर पर भागवतराव गवली, डा़ सुधिर कव्हर, अशोक अंभोरे, दत्ता पाटिल तुरक, रामदास मते, रवि पवार, रामदास सुर्वे, विष्णु तिडके, गजानन भांदुर्गे, मंगला सरनाईक, विवेक नाकाडे, वनिता अलाटे, पांडुरंग पांढरे, अशोक शिराल, सुनिता गव्हाणकर, जयश्री देशमुख, संगिता धोंगडे, सुनिता ढोके, विजय खानझोडे, केशवराव इंगोले, नाना,देशमुख, विलास कडू,मोहन देशमुख, नामदेव हजारे, भगवंत देशमुख, समाधान वाघमारे, अमोल उगले, देवानंद देवले, मंगेश बोरकर, शिवाजी खानझोडे, नंदकिशोर भोयर, भगवान भोयर समेत जिले के किसान व शिवसैनिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे़