
यवतमाल. आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी (ईडब्ल्यूएस) में शिक्षा और नौकरी में आरक्षण देने की घोषणा उद्धव ठाकरे सरकार ने की है. इसका स्वागत जिले में कुछ सामाजिक कार्यकर्ता, नेताओं ने किया, तो वहीं इसमें और सुधारणा को लेकर कुछ ने नाराजगी भी जताई़ जिसमें मराठा सेवा संघ के कार्यकर्ता तथा ओबीसी कार्यकर्ता का समावेश है.
निर्णय का स्वागत
आर्थिक रूप से कमजोर ओबीसी समुदाय को आरक्षण देने का निर्णय राज्य सरकार का योग्य लग रहा है, मराठा समाज को आरक्षण देते हुए पिछड़ा वर्ग के आरक्षण को धक्का न लगाते हुए आरक्षण देना चाहिए. सरकार को लगा है कि आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के लिए कुछ न कुछ देना चाहिए, इसलिए मराठा समाज को आरक्षण के रूप में ईडब्ल्यूएस शिक्षा और नौकरी में आरक्षण दिया, जिसका स्वागत है़ं
-प्रविण भोयर, मराठा सेवा संघ कार्यकर्ता, यवतमाल.
कहीं साजिश तो नहीं
सरकार ने आरक्षण देते हुए आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी के लोगों का विचार किया है. मराठा समुदाय के लोगों को इसका अवश्य लाभ होगा. साथ में ही सरकार की इसमें कोई राजनीतिक साजीश भी हो सकती है, ऐसा लगता है. एक तरफा विचार किया तो ईडब्ल्यूएस का आरक्षण निर्णय में शिक्षा और नौकरी में आरक्षण देने से युवकों का सही मायने में फायदा होगा.
-राहुल यादव, कार्यकर्ता, भाजपा.