Stray Dogs
फ़ाइल फोटो

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    यवतमाल. परिसर में धड़ल्ले से चल रहे मांस के व्यवसाय के कारण इस्लामपुरा में कुत्तों का उपद्रव मचा हुआ है. इससे निवासी नागरिकों में कुत्तों से डर निर्माण हो चुका है. साथ ही यहां पर बड़े पैमाने पर श्वानों का संचार होने से उनके द्वारा नागरिको, बच्चो को काटने की अनेक घटनाएं हुई है. इस बारे ने नागरिकों ने शिकायते करने के बावजूद प्रशासन मुकदर्शक बना हुआ है.

    उल्लेखनीय है कि, बीते बुधवार को आवारा कुत्तों से त्रस्त आक्रोषित इस्लामपुरा वासियों ने कुंभकर्ण की नींद सो रहे नगर परिषद प्रशासन के दरवाज़े पर दी दस्तक. परिसरवासी विगत कई महीनों से इलाके के आवारा कुत्तों के आतंक से परेशान है. कई बार आवेदन निवेदन दिए गए मगर ना तो नगरपरिषद प्रशासन ने परिसर मे धड़ल्ले से चल रहे मांस व्यवसाय पर रोक लगाई और ना ही आवारा कुत्तो के संचार पर रोक लगाने कोई प्रबंध किया.

    मांस का व्यवसाय कर रहा विशेष वर्ग तथा प्रशासन के बिच सांठगांठ होने क़ि चर्चा परिसर में है. जिसके चलते ही प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा है. आक्रोषित परिसरवासियों ने अपना तीव्र विरोध दर्ज कराते हुए मुख्यधिकारी माधुरी मड़ावी को ज्ञापन देकर उनसे जल्द से जल्द इस समस्या का निराकरण की मांग की.

    जिस पर आश्वासन देते हुए मैडम ने कहा है की वो जल्द ही इस समस्या का स्थाई हल निकालेंगी. इससे पूर्व भी यहां पर बच्चों को कुत्तों के काटने की घटनाएं हुई है, जिससे परिसर के नागरिकों ने प्रशासन से अनेक बार कुत्तों का बंदोबस्त करने की मांग की थी, लेकिन इस पर कोई कार्यवाही ना होने से परिसर के लोगों में रोष व्याप्त है.