summer season
File Photo

Loading

  • वैशाख में जिले का तापमान 43 डिग्री पर

यवतमाल. जिले का माहौल लगातार बदल रहा है. पंद्रह दिन पहले जिले में बेमौसम बारिश शुरू हो गई थी. तब से केवल छह दिनों में, तापमान में तेज वृद्धि देखी गई है, पारा 40 के पार और 13 और 14 मई को 43 डिग्री को छू गया. इससे मई की गर्मी ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है. लू के थपेड़ों से शनिवार-रविवार सुबह 10 बजे से शहर में जनजीवन प्रभावित रहा. दोपहर होते-होते मुख्य सड़कें सुनसान हो गईं.

मार्च माह से बेमौसम बारिश से जिले का मौसम प्रभावित हो गया है. बेमौसमी  से जिले में मौसम बदलता रहा. मार्च और अप्रैल के महीने में जिले के कुछ हिस्सों में बेमौसम बारिश और कुछ हिस्सों में ओलावृष्टि से वातावरण में ठंडक आ गई. साथ ही बादल छाए रहने के कारण पिछले सप्ताह धूप में पारा कम रहा. बादल छाए नहीं रहने और चक्रवाती तूफान मोचा के बंगाल की खाड़ी की बजाय बांग्लादेश, म्यांमार की तरफ बढ़ने से महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों में दो दिनों से लू चल रही है.

इसका असर यवतमाल जिले में भी देखा जा सकता है और शनिवार, रविवार को तापमान 43 डिग्री तक चला गया. इससे वातावरण में गर्मी की मात्रा बढ़ गई है और शरीर पसीना-पसीना हो रहा है. धूप से बचाव के लिए नागरिक टोपी, रूमाल, स्कार्फ का प्रयोग कर रहे हैं. पिछले सप्ताह तापमान 35 से 36 डिग्री पर स्थिर हुआ था. चार दिन से यह हर दिन बढ़ रहा है.

दिनांक         मैक्स

7 मई 37.2

8 मई 39.0

9 मई 40.0

10 मई 40.5

11 मई 41.0

12 मई 40.7

13 मई 43.0

14 मई 43.0

गर्मी में क्या करें

गर्मी के दौरे को कम करने के लिए प्यास लगते ही नागरिकों को पर्याप्त पानी पीना चाहिए. बाहर जाते समय हल्के रंग के, ढीले, सूती कपड़े पहनने चाहिए, धूप में निकलते समय टोपी, छाता और काले चश्मे का प्रयोग करना चाहिए, घर हमेशा ठंडा रहे इसका ध्यान रखें, कमजोरी होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें, ओआरएस पाउडर, लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि पिएं. लू के खतरे से बचने के लिए दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच धूप में न निकलें.