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    वणी.  वणी तहसील क्षेत्र में पिछले कुछ महीनों से बाघ ने दहशत मचा रखा है . लोग खेतों में काम करने से डर रहे हैं. पिछले दिनों  भुरकी गांव के एक युवक की बाघ के हमले में मौत हो गई है. खेतों में कपास कटाई के लिए तैयार है लेकिन मजदूर नही मिल रहे हैं इससे किसानों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है .

    सीसीटीवी में एक बाघ कैद हुआ

    वणी क्षेत्र में कोयले की अनेक खदानें हैं. वेकोली प्रशासन ने क्षेत्र में बड़ी मात्रा में ऑस्ट्रेलियाई बबूल लगाए हैं.उस क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पानी होने के कारण उकानी, पिंपलगांव, नीलापुर, कोलरापिपरी क्षेत्रों में हर दिन बाघ देखा जाता है. शनिवार  को तहसील के बारा. छेत्र मे शहर के पास गूंज मारोती के एक दुकान के सीसीटीवी में एक बाघ कैद हुआ था.

    बाघों को बंदोबस्त करने की मांग

    वणी तालुका में बाघ की मौजूदगी से नागरिकों में भय का माहौल है. कई गांवों में बाघ ने किसानों के पशुओं का शिकार किया है . अब बाघों ने इंसानों पर भी हमला करना शुरू कर दिया है. इसलिए पूर्व जिला परिषद सदस्य विजय पिदूरकर ने वन मंत्री सुधीर मुनगंटीवार को दिए निवेदन में इस बाघ का बंदोबस्त करने की मांग की है.

    खेतों में कपास की कटाई नहीं

    यहां के 25 वर्षीय युवक अभय देउलकर का बाघ  ने शिकार किया था . अब जानवरों पर बाघ का हमला जारी है. आए दिन नागरिक अक्सर बाघ देखते हैं. लोगों में दहशत का वातावरण है . मजदूर खेतों में काम करने से मना कर रहे हैं. खेतों में कपास की कटाई नहीं हो रही है. इससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है .

     कंटीले पेड़ काटने की जरूरत

    वेकोली ने पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए क्षेत्र में ऑस्ट्रेलियाई बबूल लगाया है.  इससे घना जंगल बन गया है. यह बाघों का आवास है. वन विभाग का कहना है कि क्षेत्र में घूम रहा बाघ ताड़ोबा जंगल का है. हालांकि वन विभाग ने बताया कि वेकोली प्रशासन को कंटीले पेड़ काटने के लिए कहा गया है लेकिन वेकोली प्रशासन  अभी भी मामले को गंभीरता से नहीं ले रहा है.