
अमृतसर. ब्रिटेन (Britain) से 22 दिसंबर को एक उड़ान (Flight) से आए 216 यात्रियों को संस्थागत पृथक-वास (Institutional Segregation) में रखा जाएगा। इस उड़ान के सात यात्रियों और चालक दल के एक सदस्य में संक्रमण की पुष्टि होने के बाद उनके संपर्क में आए बाकी यात्रियों को पृथक-वास में भेजने का फैसला किया गया है। स्वास्थ्य विभाग (Health Department) के अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को इस बारे में जानकारी दी। पंजाब (Punjab) के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिधू (Balbir Singh Sidhu) ने बृहस्पतिवार को सभी सिविल सर्जनों को निर्देश दिया है कि वे हाल में ब्रिटेन से लौटे सभी लोगों की जानकारी का पता करें, उनकी निगरानी व जांच करें।
सिंधू ने एक बयान में कहा कि ब्रिटेन से दिल्ली हवाईअड्डे आए और बाद में पंजाब पहुंचे 1,822 यात्रियों की सूची राज्य प्राधिकारियों को मिली है और उसे वे सभी जिलों के साथ साझा कर चुके हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यात्री अमृतसर समेत अलग-अलग जिलों के हैं और उन्हें उनके घरों से संस्थागत पृथक-वास में ले जाया जाएगा। लंदन से एअर इंडिया की उड़ान मंगलवार को अमृतसर के श्री गुरु रामदासजी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आयी थी। इसमें 250 यात्री और चालक दल के 22 सदस्य सवार थे जिनमें से आठ लोगों के संक्रमितत होने की पुष्टि हुई थी।
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को सभी लोगों की जांच की गयी और आठ लोग संक्रमित पाए गए। पंजाब सरकार के दिशा-निर्देश के तहत अधिकतम सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए संपर्क में आए 216 यात्रियों को भी पृथक-वास में भेजने का फैसला किया गया। ब्रिटेन में कोरोना वायरस का नया स्वरूप मिलने के बाद भारत ने 31 दिसंबर तक ब्रिटेन के लिए सभी यात्री उड़ानों पर रोक लगा दी है।
सिविल सर्जन डॉ. रवींद्र सिंह सेठी ने बृहस्पतिवार को बताया, “आरटी-पीसीआर जांच में चालक दल के एक सदस्य समेत आठ लोग संक्रमित पाए गए। उन सभी को निजी अस्पताल भेज दिया गया। उनके नमूनों को आगे जांच के लिए पुणे की प्रयोगशाला में भेजा गया है।” उन्होंने कहा कि 216 यात्रियों में 10 यात्री अमृतसर के थे और उन्हें पृथक-वास केंद्र में भेजा गया। सेठी ने कहा कि दूसरे जिलों के यात्रियों के बारे में संबंधित जिलों के सिविल सर्जन को सूचना दे दी गयी है।