Photo: @ANI/ Twitter
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    चंदीगड: पंजाब विजिलेंस ब्यूरो (Punjab Vigilance Bureau) की छापेमारी के दौरान आईएएस अधिकारी संजय पोपली (IAS Sanjay Popli’s Son Found Dead) के बेटे को चंडीगढ़ में उनके घर पर मृत पाया गया। वहीं, मृतक के परिवार का आरोप है कि, विजिलेंस अधिकारियों ने गोलियां चलाईं जिससे उनके बेटे की मौत हो गई।

    सोने-चांदी कई सामान जब्त 

    ख़बरों के मुताबिक, गिरफ्तार आईएएस संजय पोपली के चंडीगढ़ स्थित आवास से ब्यूरो ने कई सोने-चांदी के सिक्के, नकदी, मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए है।

    बंदूक से खुद पर चलाई गोली

    एसएसपी कुलदीप चहल ने बताया है कि, विजिलेंस टीम पूछताछ के लिए आईएएस संजय पोपली के घर गई थी और उन्होंने गोली चलने की आवाज सुनी। पुलिस को जांच  के बार पता चला कि, पोपली के बेटे ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। 

    मेरे बच्चे को प्रताड़ित किया और उसे मार डाला

    मृतक कार्तिक पोपली की मां ने एएनआई के हवाले से कहा, “उन्होंने मेरे बच्चे को प्रताड़ित किया और उसे मार डाला। उन्होंने सबूत के लिए मेरी घरेलू सहायिका को प्रताड़ित किया। संपूर्ण सतर्कता ब्यूरो और डीएसपी सीएम के दबाव में हैं। यह तरीका है वे लोगों को मार रहे हैं।”

    वहीं, संजय पोपली के रिश्तेदार अनु प्रीत कुलार ने कहा कि, “विजिलेंस टीम ने संजय पोपली से कुछ साइन करने के लिए कहा, ऐसा न हो कि यह उनके बेटे के लिए अच्छा न हो। उन्होंने उसे कमरे में बंद कर दिया और उसके बेटे को ऊपर ले गए। हम नीचे खड़े थे और कुछ देर बाद हम बंदूक की आवाज सुनी। सतर्कता लोगों ने उसकी हत्या कर दी।’