PM Modi in Kedarnath

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    देहरादून. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुक्रवार को प्रसिद्ध हिमालयी धामों केदारनाथ और बदरीनाथ का दौरा किया तथा पूजा—अर्चना करने के अलावा वहां चल रहे निर्माण कार्यों की स्थिति की समीक्षा की। अपने दो दिवसीय उत्तराखंड दौरे की शुरूआत 12 ज्योर्तिलिंगों में से एक केदारनाथ से करते हुए प्रधानमंत्री हेलीपैड से सीधे मंदिर पहुंचे और भगवान शिव का रूद्राभिषेक किया। प्रधानमंत्री के तीर्थ पुरोहित प्रवीण तिवारी ने मंदिर के अन्य पुजारियों के साथ मिलकर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच विधि—विधान से उनकी पूजा संपन्न कराई। इस दौरान, पुजारियों ने भगवान से प्रधानमंत्री को देश को आगे ले जाने के लिए शक्ति देने की कामना की।

    केदारनाथ में प्रधानमंत्री द्वारा पहने गए सफेद रंग के पहाड़ी परिधान और पहाडी टोपी ने सबका ध्यान खासतौर से अपनी ओर आकृष्ट किया। मंदिर में पूजा में बैठे मोदी के परिधान पर स्वस्तिक का चिह्न भी दिखाई दिया। मंदिर से बाहर आने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और राज्यपाल लेफि्टनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह, प्रदेश के मुख्य सचिव सुखबीर सिंह संधु भी मौजूद रहे।

    प्रधानमंत्री इसके बाद आदि गुरू शंकराचार्य के समाधि स्थल के दर्शन के लिए गए और उनकी प्रतिमा की परिक्रमा की। वर्ष 2013 की आपदा में क्षतिग्रस्त हो गयी आदि गुरू के समाधिस्थल का प्रधानमंत्री ने पिछले साल लोकार्पण किया था। आल टैरेन व्हीकल (एटीवी) से केदारनाथ में चल रहे विभिन्न विकास कार्यों का जायजा लेने के साथ ही उन्होंने वहां कार्य कर रहे श्रमिकों से भी बातचीत की और उनका हौसला बढाया। इस दौरान मोदी ने मंदाकिनी आस्था पथ तथा सरस्वती आस्था पथ का भी निरीक्षण किया।

    केदारनाथ के बाद प्रधानमंत्री चमोली जिले में नर और नारायण पर्वतों के बीच स्थित बदरीनाथ धाम पहुंचे जहां तीर्थ पुरोहितों तथा बदरीनाथ—केदारनाथ मंदिर समिति के अधिकारियों ने उनका स्वागत किया तथा प्रसाद और अंगवस्त्र भेंट किया। मंदिर के पुजारियों ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूरे विधि विधान से प्रधानमंत्री की पूजा संपन्न करवाई। पूजा के बाद मंदिर से बाहर आए मोदी ने वहां मौजूद लोगों का अभिवादन स्वीकार किया। प्रधानमंत्री के दौरे के मद्देनजर दोनों मंदिरों को कई क्विंटल फूलों से सजाया गया था। मोदी ने बदरीनाथ मास्टर प्लान के तहत हो रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा की।

    इसके अलावा, मोदी ने बदरीनाथ से तीन किलोमीटर दूर भारत—चीन सीमा के अंतिम गांव पर माणा में एक जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने 1267 करोड रू की लागत से बनने वाले 9.7 किमी लंबे गौरीकुंड—केदारनाथ रज्जूमार्ग, 1163 करोड रू की लागत से बनने वाले 12.40 किमी लंबे गोविंदघाट—हेमकुंड रज्जूमार्ग सहित करीब 3400 करोड रू की परियोजनाओं का शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री रात्रि विश्राम बदरीनाथ में करेंगे। उनका प्रधानमंत्री के रूप में केदारनाथ का यह छठा और बदरीनाथ का दूसरा दौरा है। (एजेंसी)