शिलॉन्ग: पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में लगी कांग्रेस पार्टी को पूर्वोत्तर राज्य मेघालय में बड़ा झटका लगा है। मंगलवार को पार्टी के पांच विधायक सत्तारूढ़ मेघालय डेमोक्रेटिक अलायन्स में शामिल हो गए। जिसके बाद राज्य राज्य विधानसभा से कांग्रेस पूरी तरह साफ़ हो गई है।
ज्ञात हो कि, मेघालय कांग्रेस में पिछले एक साल से भागदौड़ मची हुई है। पूर्व मुख्यमंत्री और सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकुल संगमा नवंबर में 11 विधायकों के साथ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
मुख्यमंत्री कोनराड संगमा को भेजे अपने पत्र में पांचों विधायकों ने कहा, “हम भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अधोहस्ताक्षरी विधायकों ने आज 8 फरवरी 2022 को एमडीए सरकार में शामिल होने का फैसला किया है। हम आपको और एमडीए को सरकारों के हाथों को मजबूती देने और निर्णय लेने निर्णय लेने के लिए समर्थन देना चाहते हैं। हमारे लोगों के हित में हम राज्य को मिलकर आगे ले जाएंगे।”
इस पत्र पर कांग्रेस विधायक दल के नेता अमपरीन लिंगदोह, विधायक पीटी सॉक्मी, मायरलबोर्न सिएम, केएस मारबानियांग और मोहेंद्रो रापसांग ने हस्ताक्षर किए हैं। पत्र की एक प्रति कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी भेजी गई है।
हमारे साथ किया धोखा
कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद विधायक अम्परिन लिंगदोह ने कहा, “हमें धोखा दिया गया और किसी ने कोई कार्रवाई नहीं की।मेघालय कांग्रेस के पांच विधायकों ने राज्य के लोगों खासतौर पर हमारे निर्वाचन क्षेत्रों के लोगों के हित में मेघालय जनतांत्रिक गठबंधन प्रशासन में शामिल होने का फैसला किया है।”
We were ditched and nobody took any action. So we've taken this decision for the benefit of the people of our individual constituencies: Meghalaya MLA Ampareen Lyngdoh after quitting Congress pic.twitter.com/y2qIITygdI
— ANI (@ANI) February 8, 2022
कांग्रेस को 21 सीटों पर मिली थी जीत
2018 के राज्यसभा चुनाव कांग्रेस को 59 सीटों मे से 21 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री मुकुल संगमा की नेशनल पीपल्स पार्टी 20 सीट जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनी थी। वहीं भाजपा को दो सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था। वहीं 16 सीटों पर निर्दलीयों ने अपना परचम फहराया था। वहीं बाद में एनपीपी ने भाजपा और अन्य निर्दलीयों के समर्थन से राज्य में सरकार बनाई थी।