नई दिल्ली/बेंगलुरु: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (NIA) ने शिवमोगा आईएस साजिश मामले में वैश्विक आतंकी समूह इस्लामिक स्टेट (Islamic State) के दो कथित सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पहले चार अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनका संबंध मोहम्मद शारिक से था।
मोहम्मद शारिक को हाल ही में एक कुकर बम विस्फोट के बाद गिरफ्तार किया गया था जिसे वह मंगलुरु में एक ऑटो रिक्शा में लेकर जा रहा था। एनआईए ने दक्षिण कन्नड़ जिले के जिला मुख्यालय शहर मंगलुरु में परमन्नुर में हीरा कॉलेज के पास से माजिन अब्दुल रहमान को और दावणगेरे जिले के होन्नाली तालुक स्थित देवेनायकनहल्ली के नदीम अहमद के. ए. को मंगलवार को गिरफ्तार किया।
जांच से पता चला है कि आरोपी माज़ मुनीर और सैयद यासीन ने भारत में इस्लामिक स्टेट की आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए माजिन और नदीम को भर्ती किया तथा उन्हें उकसाया था। एनआईए ने कहा, “आरोपी व्यक्तियों ने इस्लामिक स्टेट की गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए बड़ी साजिश के हिस्से के रूप में तोड़-फोड़ या आगजनी का प्रयास किया।”
शिवमोगा आतंकी मॉड्यूल ने पिछले साल तुंगा नदी के तट पर कथित तौर पर एक परीक्षण विस्फोट किया था। पिछले साल 15 अगस्त को कुछ हिंदू दक्षिणपंथी सदस्यों द्वारा हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर की तस्वीर शिवमोगा शहर में एक सार्वजनिक स्थान पर लगाने और एक व्यक्ति को चाकू मारने के विरोध में भीड़ के उग्र हो जाने के बाद इस आतंकी समूह का भंडाफोड़ हुआ था।
एनआईए के सूत्रों ने कहा कि उन्हें गिरफ्तार करने के बाद, जब उनसे पूछताछ की गई और उनके मोबाइल फोन की जांच की गई, तो पता चला कि वे आईएस से प्रेरित थे और कर्नाटक तथा देश के अन्य हिस्सों में “बड़े पैमाने पर” तबाही मचाना चाहते थे। (एजेंसी)