Officers remain absent in Ranchi Municipal Corporation office, common people are getting helpless – Mayor

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    – ओमप्रकाश मिश्र 

    रांची : रांची नगर निगम (Ranchi Municipal Corporation) के नगर आयुक्त (Municipal Commissioner) मुकेश कुमार (Mukesh Kumar) और मेयर आशा लकड़ा (Mayor Asha Lakra) के बीच ठनी अघोषित तनाव ने नगर निगम के कार्य को ठप सा कर दिया है। राज्य सरकार का बर्धस्त प्राप्त नगर आयुक्त ने महापौर आशा लकड़ा के हर प्रयास को विफल करने के लिए महापौर का घोर अनदेखा किया है।

    आशा लकड़ा द्वारा बुलाए गए किसी भी समीक्षा बैठक में शामिल न होकर नगर आयुक्त ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि महापौर के किसी भी गतिविधि का उन्हें कोई परवाह नहीं है। समय समय पर महापौर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नगर आयुक्त की अनदेखी करने और नगर निगम में हो रहे करोड़ों रूपये के घोर भ्रष्टाचार को उजागर करती रही है, पर इस तरफ राज्य सरकार ने कभी कोई ध्यान नहीं दिया। इस आशय पर आज आशा लकड़ा ने नगर निगम कार्यालय का औचक निरिक्षण किया तो उन्होंने पाया की निगम के अधिकारी और कर्मचारी अनुपस्थित थे।

    औचक निरिक्षण के पशचात उन्होंने अधिकारीयों पर निशाना साधते हुए कहा कि जब अधिकारी ही कार्यालय अवधि में गायब रहेंगे तो कर्मचारी क्या काम करेंगे ? उन्होंने आम जनता की परेशानियों के बाबत कहा कि शहर की आम जनता अपनी फरियाद और समस्याओं के समाधान को लेकर सुबह 10 बजे से अधिकारियों का इंतजार करते रहते हैं। अधिकारी अपने कार्यालय कक्ष में कब आएंगे, इसकी जानकारी भी उन्हें नहीं दी जाती है। 

    अधिकारियों और कर्मियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण किया

    मंगलवार को महापौर डॉ. आशा लकड़ा ने सुबह 11:30 से 12:00 बजे के बीच रांची नगर निगम कार्यालय के विभिन्न विभागों में अधिकारियों और कर्मियों की उपस्थिति का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान लगभग सभी अधिकारी अपने-अपने कार्यालय  कक्ष में अनुपस्थित थे। अधिकारियों के संबंधित विभाग के कर्मचारी भी कार्यालय से संबंधित कार्यों को छोड़कर मोबाइल पर व्यस्त नजर आए। जबकि रांची शहर के विभिन्न हिस्सों से आए लोग अपनी समस्याओं के समाधान के लिए संबंधित अधिकारियों के कार्यालय कक्ष के बाहर इंतजार करते नजर आए। 

    कर्मचारी 12 बजे तक अपने कार्यालय कक्ष में नजर नहीं आते हैं

    महापौर  ने कहा कि निरीक्षण के दौरान अभियंत्रण शाखा में सिर्फ अधीक्षण अभियंता रमा शंकर राम उपस्थित थे। सभी अभियंता इस दौरान अनुपस्थित थे। लेख शाखा व टाउन प्लानिंग के अधिकारी भी नदारत थे । उन्होंने कहा कि अधिकारियों की मनमानी  के कारण ही आज रांची नगर निगम गर्त में जा रहा है। कहा, पिछले कई दिनों से अधिकारियों व कर्मियों की कार्यशैली का आंकलन करने के बाद उन्हें औचक निरीक्षण करना पड़ा। मेयर ने कहा कि सरकारी कार्यालय की कार्यावधि 10:30 बजे से शुरू हो जाती है, लेकिन रांची नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी 12 बजे तक अपने कार्यालय कक्ष में नजर नहीं आते हैं। लेह-लद्दाख में भी कार्यालय कार्य का समय  सुबह 10:30 बजे से ही शुरू होती है।

    रांची नगर निगम के 36 शाखाओं में 100 से अधिक कर्मी कार्यरत 

    अधिकारियों व कर्मियों के मनमाने रवैये को देख मेयर ने कही जब अधिकारी ही निर्धारित समय पर अपने कार्यालय कक्ष में उपस्थित नहीं रहेंगे तो संबंधित शाखा के कर्मचारी काम क्या करेंगे। रांची नगर निगम के 36 शाखाओं में 100 से अधिक कर्मी कार्यरत हैं, जबकि निरीक्षण के दौरान 80 प्रतिशत कर्मी नदारत  मिले। शाम 5 बजे मेयर ने नगर आयुक्त, उप नगर आयुक्त  रजनीश कुमार के साथ बैठक कर कार्यालय समयावधि में अधिकारियों व कर्मियों की उपस्थिति अनिवार्य करने और नदारत  रहने वाले अधिकारियों और  कर्मियों पर कार्रवाई की करने का  निर्देश दिया  ।