त्रिपुरा हिंसा की कवरेज करने को लेकर पुलिस ने दो और पत्रकारों पर किया FIR दर्ज

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    नई दिल्ली: एक बड़ी खबर के अनुसार त्रिपुरा पुलिस ने दो महिला पत्रकार समृद्धि सकुनिया और स्वर्ण झा के खिलाफ कई मामले दर्ज किए हैं। पुलिस ने दोनों को सांप्रदायिक सद्भाव को बाधित करने के उद्देश्य से झूठी और मनगढ़ंत खबरें प्रकाशित करने और प्रसारित करने के आरोप में हिरासत में लिया है। यह जानकारी त्रिपुरा पुलिस के आईजी (कानून व्यवस्था) अरिंदम नाथ ने एएनआई को दी। 

    त्रिपुरा पुलिस के आईजी (लॉ एंड ऑर्डर) अरिंदम नाथ ने बताया कि पुलिस ने दोनों महिला पत्रकारों समृद्धि सकुनिया और स्वर्णा झा के खिलाफ कई केस दर्ज किए हैं।  झूठी और बनावटी खबरों को प्रकाशित करने और सांप्रदायिक सौहार्द्र बिगाड़ने के मामले में उन पर केस दर्ज किया गया है।

    वहीँ महिला पत्रकारों ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि, पुलिस उनके होटल में आई और उन्हें ‘डराया-धमकाया’, और देर शाम उन्हें हिरासत में ले लिया गया।  पत्रकार स्वर्णा झा ने ट्वीट किया है कि ‘कल रात लगभग 10:30 PM बजे हमारे होटल के बाहर पुलिस आई लेकिन उस समय उन्होंने हमसे कोई बात नहीं की लेकिन सुबह 5:30 am के करीब जब हम चेक आउट करने गए तब पुलिस ने हमारे अगेंस्ट जो शिकायत हुई है उसके बारे में बताया और पूछताछ के लिए धर्मनगर पुलिस स्टेशन ले जाने को कहा।’ साथ ही उन्होंने ट्विटर पर एफआईआर की कॉपी भी शेयर की है। 

    त्रिपुरा हिंसा मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शनिवार को कहा हाल के दिनों में त्रिपुरा में किसी मस्जिद के ढांचे के क्षतिग्रस्त होने का कोई मामला सामने नहीं आया है और लोगों को शांत रहना चाहिए और ऐसी फर्जी खबरों से गुमराह नहीं होना चाहिए। मंत्रालय ने कहा है, ‘‘ऐसी खबरें फैलायी गई है कि त्रिपुरा में गोमती जिले के काकराबन इलाके में एक मस्जिद को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।  ये खबरें फर्जी हैं और गलतबयानी हैं।’