कोलकाता: राज्य में चुनाव बाद हिंसा के (Post-poll Violence) एक साल बाद पश्चिम बंगाल भाजपा (BJP) ने रविवार को कोलकाता के धर्मतला शहर में पोस्टर लगाए। बता दें कि, 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव (West Bengal Assembly Elections) के परिणामों की घोषणा की गई। जिसमें कहा गया कि, मौजूदा तृणमूल कांग्रेस सरकार (TMC Government) तीसरी बार सत्ता में लौटेगी, इसके बाद पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हिंसा भड़क उठी। वास्तव में, यह चुनाव के दौरान राज्य भर में हुई हिंसा का सिलसिला था।
कोलकाता के धर्मतला शहर में विपक्षी भाजपा द्वारा लगाए गए पोस्टरों में लिखा है, ”भाजपा तब तक लड़ेगी जब तक हिंसा मुक्त राजनीति और भयमुक्त बंगाल नहीं हो जाता।”
West Bengal | BJP puts up posters in Dharmatala, Kolkata marking the one year of post-poll violence in the state.
The posters read, "BJP will fight until there is violence-free politics and fear-free Bengal." pic.twitter.com/O6H1TcDZWX
— ANI (@ANI) May 1, 2022
हमले में भाजपा के कम से कम छह कार्यकर्ता मारे गए
भाजपा ने दावा किया है कि, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं द्वारा हमले में के पार्टी के कम से कम छह कार्यकर्ता मारे गए। जबकि, इन हमलों में कथित तौर पर टीएमसी के पांच कार्यकर्ता भी मारे गए थे।
राज्यपाल ने किया तलब
घटना के बाद, राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने स्थिति पर चर्चा के लिए पुलिस महानिदेशक और कोलकाता पुलिस आयुक्त को तलब किया।वहीं, कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सदस्यों पर हमला किया गया और यहां तक कि महिलाओं और बच्चों को भी टीएमसी के हमलों से नहीं बख्शा गया। उन्होंने इस हिंसा को तुरंत रोकने के लिए ममता बनर्जी को आड़े हाथों लिया था।
गौरतलब है कि, 5 मई को तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, ममता बनर्जी ने राज्य पुलिस अधिकारियों को बहाल कर दिया, जिनके चुनाव आयोग द्वारा तबादले किये गए थे। वहीं, 10 मई को कोलकाता उच्च न्यायालय की पांच-न्यायाधीशों की विशेष पीठ ने बंगाल में नवगठित ममता बनर्जी सरकार द्वारा राज्य में परीक्षण के बाद की हिंसा के मद्देनजर सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों पर संतोष व्यक्त किया।