-राजेश मिश्र
लखनऊ: कोरोना (Corona) के बाद अब उत्तर प्रदेश में डेंगू (Dengue) का कहर तेजी से बढ़ रहा है। प्रदेश के ज्यादातर बड़े शहरों में डेंगू बेकाबू हो गया है और हर रोज सैकड़ों की तादाद में मरीज (Patients ) मिल रहे हैं। डेंगू के साथ ही प्रदेश के कई हिस्सों में चिकनगुनिया (Chikungunya) का असर भी देखने को मिल रहा है। प्रदेश में सबसे ज्यादा डेंगू के मामले राजधानी लखनऊ, प्रयागराज, गाजियाबाद और कानपुर जैसे बड़े शहरों में मिल रहे हैं। प्रयागराज में रविवार शाम तक डेंगू के मरीजों की तादाद 842 थी तो लखनऊ में यह 762 रही। डॉक्टरों का कहना है कि त्यौहारों के मौसम में प्रवासी लोगों के बड़ी तादाद में आने के साथ ही डेंगू के ज्यादा मरीज मिलने का सिलसिला शुरु हुआ था जो अब तक चल रहा है।
पूर्वी उत्तर प्रदेश में जहां डेंगू के साथ ही मलेरिया के भी मामले मिल रहे हैं, वहीं बड़े शहरों में चिकनगुनिया के भी केस निकल रहे हैं। डाक्टरों के मुताबिक, डेंगू में तेजी से ब्लड प्रेशर और प्लेटलेट्स डाउन हो रही हैं। कुछ केस ऐसे भी है, जिनमें पेशेंट की डेंगू की रिपोर्ट तो निगेटिव है, मगर प्लेटलेट्स तेजी से कम हो जाती है। उनका कहना है कि डेंगू के गंभीर मामले शॉक सिंड्रोम और एक्यूट एन्सेफलाइटिस में भी परिवर्तित हो रहे हैं। इस बीच लखनऊ में सोमवार को 30 नए लोगों में डेंगू की पुष्टि हुई हैं। पिछले 10 दिनों में 286 नए केस मिल चुके हैं।
CM योगी ने दिए विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि जाड़ा बढ़ने के साथ ही डेंगू का असर कम होने लगेगा और कई स्थानों पर तो इसकी शुरुआत हो चुकी है। हालांकि उनका कहना है कि मच्छरों से रोकथाम ही इसका उपाय है जिसके लिए सघन अभियान चलाया जा रहा है। प्रदेश में डेंगू के कहर को देखते हुए मुख्यमंत्री की ओर से विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग बेड, दवाओं सहित अन्य जरुरी सुविधाएं तैयार रखने को कहा गया है तो स्थानीय निकायों के साथ ही मलेरिया विभाग को सघन फागिंग अभियान चलाने को कहा गया है। डेंगू के लिए एहतियात बरते के साथ कोविड सहित अन्य बीमारियों के लिए टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। बच्चों के टीकारण के लिए विशेष अभियान चलाने के निर्देश जारी किए गए हैं।