लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी (Minister Nand Gopal Gupta Nandi) ने रोड शो (Road Show) में कहा कि आज निवेश के लिए ड्रीम डेस्टिनेशन (Dream Destination) बन चुके उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की चर्चा न सिर्फ भारत में, बल्कि विश्व के विभिन्न देशों में हो रही है। यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (UP Global Investors Summit-2023) को लेकर पिछले दिनों 16 देशों के 21 शहरों में हुए रोड शो में सात लाख करोड़ से अधिक के निवेश का प्रस्ताव और एमओयू इस बात का प्रत्यक्ष उदाहरण हैं।
मंत्री नन्दी ने कहा कि 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में जहां केवल दो एयरपोर्ट संचालित थे, जहां 24 उड़ाने ही उपलब्ध थी। वहीं आज एयरपोर्ट की संख्या 7 पहुंच गई है। जहां से प्रति दिन 90 उड़ान हो रही है। कई एयरपोर्ट निर्माणाधीन हैं। छह एक्सप्रेस-वे वाला उत्तर प्रदेश देश का सबसे अधिक एक्सप्रेस-वे वाला राज्य बन चुका है और यह सब दिन रात 25 करोड़ प्रदेशवासियों की सेवा में लगे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अथक प्रयास से सम्भव हुआ है। जिन्होंने उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश और अब सर्वोत्तम प्रदेश बनाने के लिए खुद को खपाया और तपाया है। मंत्री नन्दी ने कहा कि बदला हुआ उत्तर प्रदेश निवेशकों का स्वागत करने के लिए तैयार है। जहां निवेशकों और उद्यमियों की एक-एक पाई सुरक्षित रहे, इसकी पूरी गारंटी है। मेड इन इंडिया के साथ मेड इन यूपी ब्रांड भी पूरे विश्व में स्थापित होगा।
#यूपी_ग्लोबल_इन्वेस्टर_समिट_2023 #लखनऊ रोड शो शुरू।
लखनऊ के द सेंट्रम होटल में देश के विभिन्न राज्यों से आए उद्यमियों और निवेशकों की उपस्थिति में आज उत्तर प्रदेश में करीब एक लाख करोड़ का निवेश होने जा रहा है।#UPGoesGlobal #UPGIS2023 pic.twitter.com/Ucl3l3mbyy— Nand Gopal Gupta 'Nandi' (@NandiGuptaBJP) January 11, 2023
…तो हम चार कदम आगे बढ़ा कर उनका स्वागत करेंगे
मंत्री नन्दी ने कहा कि अब वो जमाना गया जहां, उद्यमियों और निवेशकों को उत्तर प्रदेश में उद्योग स्थापित करने के लिए परेशान होना पड़ता था, कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता था। आज अगर उद्यमी और निवेशक उत्तर प्रदेश में निवेश के लिए एक कदम आगे बढ़ाएंगे तो हम चार कदम आगे बढ़ा कर उनका स्वागत करेंगे। पिछली सरकारें जहां उद्यमियों से पैसा वसूलती थी, वहीं योगी सरकार उद्योग लगाने के लिए उद्यमियों को इंसेंटिव दे रही है। 2017 के बाद यूपी में 1800 करोड़ रुपए के इंसेंटिव उद्यमियों को दिए जा चुके हैं।