लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा (Energy Minister A.K. Sharma) ने निर्देशित किया है कि 5, कालीदास मार्ग, सचिवालय, राजभवन, विधान भवन, लोकभवन, गोमती नगर, गौतमपल्ली जैसे पाश इलाकों की विद्युत आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए आधुनिक तकनीक (Modern Technology) के प्रयोग की शीघ्र कार्य योजना बनाकर, इसमें कल से ही अमल किया जाए। जिससे इन इलाकों को बार-बार विद्युत कटने से मुक्ति मिल सके। उन्होंने कहा कि निर्वाध विद्युत आपूर्ति के लिए अब परम्परागत तरीकों का प्रयोग बन्द करें और इसके स्थान पर नवीन तकनीक का प्रयोग करें।
ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा शाम 7.00 बजे अधिशासी अभियन्ता कार्यालय, विद्युत नगरीय वितरण खण्ड, विभूतिखंड, गोमती नगर लखनऊ का औचक निरीक्षण किया और क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ बैठक कर यह आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि गोमती नगर, मंत्री आवास से भी रोज शिकायतें आ रही हैं। विगत 3 महीनों से यहां बिजली कटौती हो रही है और प्रतिदिन 5 से 6 घंटे की कई-कई बार में विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है।
मेंटेनेंस कार्य को लगातार जारी रखें
उन्होंने संबंधित अधिशासी अभियन्ता अनूप कुमार सिंह से इस संबंध में जवाब-तलब किया और कहा कि एसओपी बनाकर कार्य करें, जिससे एक व्यक्ति की बिजली खराब होने पर पूरे इलाके की विद्युत बाधित न करना पड़े। मेंटेनेंस कार्य को लगातार जारी रखें। लाइन फाल्ट, ट्रिपिंग ठीक करना हो और मरम्मत के लिए शटडाउन लेना हो तो जब बिजली की कम आवश्यकता पड़े उस दौरान लें।
विद्युत लाइन से छेड़छाड़ करने वाली एजेंसियों के खिलाफ करें कार्रवाई
ए.के. शर्मा ने निर्देश दिए हैं कि विद्युत लाइन से छेड़छाड़ करने वाली एजेंसियों के विरूद्ध सख्त चेतावनी जारी करें और इनके खिलाफ विद्युत एक्ट के प्राविधानों के तहत एफआईआर की कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि शिकायत मिल रही है कि गैस और अन्य केबल आपूर्ति करने वाली एजेंसियां बिना बताए लाइन काट देते हैं और इससे आपूर्ति प्रभावित होती है। इस प्रकार की एजेंसियों पर उन्होंने सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
जर्जर और झूलते तारों को तुरन्त ठीक किया जाए
ए.के. शर्मा ने कहा कि गोमती नगर की निर्वाध बिजली आपूर्ति के लिए जर्जर और झूलते तारों को तुरन्त ठीक किया जाए। लाइन को छूती हुई पेड़ों की टहनियों को हटाया जाए और विद्युत बाधित होने पर तत्काल राहत पहुंचाने के लिए ट्राली ट्रांसफार्मर की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि बरसात का मौसम विद्युत आपूर्ति के लिए सर्वाधिक चैलेन्जिंग होता है, इसलिए पूरे स्टाफ को आवश्यक सुझाव के साथ एलर्ट रखने के निर्देश दिए। इस दौरान अधिशासी अभियन्ता अनूप कुमार सिंह ने बताया कि इस वितरण खण्ड के अंतर्गत 4 उपकेन्द्र, 24 फीडर एवं 455 ट्रांसफार्मर आते हैं और इस क्षेत्र की विद्युत आपूर्ति के लिए 180 लोगों का स्टाफ कार्य देख रहा है। इस दौरान प्रबंध निदेशक मध्यांचल भवानी सिंह खंगारौत, मुख्य अभियन्ता लेसासिस एवं गोमतीसिस, अधीक्षण अभियन्ता, एसडीओ और अवर अभियन्ता मौजूद थे।