Keshav Prasad Maurya

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    कौशांबी: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election) को लेकर यूपी (UP)में पारा काफी हाई चल रहा है। यूपी चुनाव (UP Election) को लेकर नेताओं में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु है। यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य (Deputy Chief Minister Keshav Prasad Maurya) कल तीन फरवरी को कौशांबी (Kaushambi) जिले की सिराथू विधानसभा (Sirathu Assembly) से नामांकन (Nomination) दाखिल करेंगे। कौशांबी जिले की सिराथू विधानसभा में 5वें चरण में 27 फरवरी को मतदान होना है। 

    गौरतलब है कि इससे पहले केशव प्रसाद मौर्य वर्ष 2012 में सिराथू से विधायक चुने गए थे। 2012 के विधानसभा चुनाव में केशव प्रसाद मौर्य ने विपरीत परिस्थितियों में भी सिराथू में कमल खिलाया था। वहीं, भाजपा से सिराथू विधानसभा प्रत्याशी केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ समाजवादी पार्टी ने पल्लवी पटेल को प्रत्याशी घोषित किया है। सिराथू से शीतला प्रसाद पटेल वर्तमान में भाजपा से विधायक है। शीतला प्रसाद पटेल का टिकट केशव प्रसाद मौर्य के चुनाव लड़ने के चलते काट दिया गया है। इस वजह से पटेल बिरादरी में रोष व्याप्त है, जिसके बाद डैमेज कंट्रोल करने के लिए चायल की सीट भाजपा ने सहयोगी गठबंधन दल अपना दल के खाते में दी है।  

    ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से सिराथू का काफी महत्त्व

    ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से सिराथू का काफी महत्त्व है। गंगा नदी से सटे सिराथू विधानसभा क्षेत्र में गंगा नदी किनारे जयचंद का किला है तो इसी क्षेत्र के कड़ाधाम में मां शीतला धाम का प्रसिद्ध मंदिर है। यहां ख्वाजा खड़ग शाह बाबा की मजार है तो कड़ा में ही संत मलूकदास का आश्रम भी है। सिराथू विधानसभा के चुनावी इतिहास पर नजर डालें तो इस सीट से 1962 में कांग्रेस के हेमवती नंदन बहुगुणा ने जीत दर्ज की थी। वहीं 1989 और 1991 में यह सीट सुरक्षित श्रेणी में कर दिया गया। 1993 से लेकर 2007 तक इस विधानसभा सीट पर बीएसपी के प्रत्याशियों का कब्जा रहा। 2007 में बसपा के वाचस्पति ने जीत दर्ज की थी। 2012 में इस सीट पर बीजेपी का खाता खुला और बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी आनंद मोहन 9863 मत पाकर दूसरे स्थान पर रहे।

    सिराथू में 3 लाख 65 हज़ार 153 मतदाता 

    सिराथू विधानसभा के जातिगत समीकरण को देखें तो यहां अनुसूचित जाति वर्ग के तकरीबन 45 फीसदी मतदाता, पिछड़े वर्ग के 24 फीसदी मतदाता और अन्य करीब 32 फीसदी हैं। इस लिहाज से इस सीट पर हार जीत का फैसला अनुसूचित वर्ग के मतदाताओं के हाथ में रहता है। सिराथू में मौजूदा समय में 3 लाख 65 हज़ार 153 कुल मतदाता है। जिसमें पुरुष मतदाता 1 लाख 95 हज़ार 660 और महिला मतदाता 1 लाख 69 हज़ार 492 हैं।  2012 में सिराथू में केशव द्वारा कमल खिलाने के बाद 2014 के उपचुनाव में इस पर साइकिल यानी सपा का कब्जा हो गया था, लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में यह फिर से भाजपा के पास आ गयी थी। 2017 विधानसभा चुनाव में सिराथू विधानसभा सीट पर कुल 17 प्रत्याशी मैदान में रहे जिसमें भाजपा के विजयी प्रत्याशी शीतला प्रसाद ने 78621 मत प्राप्त किया था,जबकि दूसरे स्थान पर सपा के वाचस्पति को 52418 वोट मिले थे और बसपा प्रत्याशी सईदुल रब 42782 वोट हासिल कर पाए थे।