- स्वच्छ भारत दिवस के अवसर पर योगी सरकार ने लिया महत्वपूर्ण निर्णय
- 2 अक्टूबर तक सभी विद्यालयों एवं शिक्षण संस्थानों में चलेगा गहन स्वच्छता कार्यक्रम
- विद्यालय और समुदाय आधारित गतिविधियों के माध्यम से बच्चों को स्वच्छता के बारे में किया जाएगा जागरूक
- यूपी में पहले से ही 1 से 15 सितंबर तक आयोजित किया गया था स्वच्छता पखवाड़ा
स्वच्छता शपथ का होगा आयोजन
सभी विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में प्रार्थना सभा के बाद स्वच्छता शपथ’ का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सभी छात्र और शिक्षक व स्टाफ प्रतिभाग करेंगे। स्कूलों, छात्रावासों और शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षकों की मदद से बेकार एवं अपशिष्ट कचरे का निपटान अभियान के रूप में सुनिश्चित किया जाएगा एवं बच्चों को रंग आधारित गीले कचरे के लिए हरा कूड़ेदान एवं सूखे कचरे के लिए नीला कूड़ेदान ठोस एवं अपशिष्ट प्रबंधन के विषय में बताया जाएगा। इसके अतिरिक्त सभी विद्यालयों, छात्रावासों और शैक्षणिक संस्थानों में वृक्षारोपण किया जाएगा एवं बच्चों को प्राकृतिक संरक्षण के संबंध में अवगत कराया जाएगा। कचरा मुक्त भारत और अपशिष्ट प्रबंधन आदि पर पर छात्रों के लिए निबंध, स्लोगन, कविता लेखन, पेंटिंग, भाषण, प्रश्नोत्तरी, मॉडल बनाने, नाटक मंचन इत्यादि प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी एवं उत्तीर्ण बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए पुरस्कृत भी किया जाएगा। सभी विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों के माध्यम से ग्राम पंचायतों, नगर क्षेत्रों में स्वच्छता संदेशों के साथ ठोस एवं अपशिष्ट पृथक्करण के महत्व, एकल उपयोग प्लास्टिक (एसयूपी) के विकल्प, स्वच्छता आधारित व्यवहार परिवर्तन के लिए समुदाय में जागरूकता रैलियों का आयोजन किया जाएगा।
स्वच्छता अभियान को बनाया जाएगा जन अभियान
इसके अलावा सुबह की सभाओं में श्रमदान, स्वच्छता और सामुदायिक सेवा के महत्व पर शिक्षकों द्वारा छात्रों को जागरूक किया जाएगा। अभियान के दौरान जन प्रतिनिधियों, स्वच्छता पर कार्य करने वाली स्वयं सेवी संस्थाओं, एनसीसी, नेहरू युवा केंद्रों इत्यादि महत्वपूर्ण हितधारकों, संस्थाओं, व्यक्तियों का नेतृत्व एवं सहयोग प्राप्त किया जाएगा। स्वच्छता आधारित फिल्मों, पोस्टर, बैनर आदि आईसी मैटेरियल का प्रसारण किया जाएगा। इस महत्वपूर्ण अभियान को जन अभियान का रूप देने के उद्देश्य से कार्यक्रम का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार विभिन्न सोशल मीडिया (व्हाट्सअप, फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम), प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से किया जाएगा।