सीतापुर: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीतापुर में चुनावी सभा को संबोधित किया। लोगों को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा, “यूपी में बीजेपी का मतलब है दंगराज, माफियाराज, गुंडाराज पर नियंत्रण… और सभी त्योहारों को मनाने की आजादी। यूपी में बीजेपी होने का मतलब है ‘मंचलों’ से बेटियों, महिलाओं की सुरक्षा. यूपी में बीजेपी यानी केंद्र की योजनाओं को दोगुनी रफ्तार से लागू किया जा रहा।”
BJP in UP means control over Dangaraj, Mafiaraj, Gundaraj… & freedom to celebrate all the festivals. Having BJP in UP means protection of daughters, women from 'manchalon' (eve teasers). BJP in UP means Centre's schemes being implemented at double speed: PM Modi in Sitapur pic.twitter.com/S1mJpwUfKK
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 16, 2022
मोदी ने कहा, ‘‘यूपी में भाजपा सरकार का मतलब है कि पूजा के दिन हों, पर्व के दिन हों, पूजा पर्वों को मनाने की खुली स्वतंत्रता। यूपी में भाजपा सरकार का मतलब है बहन-बेटियों की मनचलों से सुरक्षा, यूपी में भाजपा सरकार का मतलब है गरीब के कल्याण के लिए निरंतर काम, यूपी में भाजपा सरकार का मतलब है केंद्र की योजनाओं पर ‘डबल स्पीड’ (दोगुनी गति) से काम।”
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज उत्तर प्रदेश में संत रविदास की जयंती है और उनके मंदिरों में अनेकों भक्त जुटे हैं। मुझे भी दिल्ली में संत शिरोमणि श्री गुरु रविदास जी विश्राम धाम मंदिर जाने का सौभाग्य मिला।” मोदी ने कहा, ‘‘मान्यता है कि जब एक बार गुरु रविदास जी राजस्थान जा रहे थे तो दिल्ली में उसी स्थान पर उन्होंने विश्राम किया था और मेरे लिए दोहरी खुशी ये भी है कि मैं उस काशी का सांसद हूं जहां संत रविदास जी का जन्म हुआ था।”
उन्होंने कहा, ‘‘ये भी मेरा सौभाग्य है कि वाराणसी में उनके मंदिर परिसर के सौंदर्यीकरण का कार्य करने के लिए ईश्वर ने मुझे माध्यम बनाया और इतने वर्षों से जो काम नहीं हुआ था, मुझे रविदास मंदिर परिसर को सजाने का मौका मिला।” उन्होंने विपक्षी दलों पर तंज कसते हुए कहा कि चुनाव के समय लंगर चखना और फोटो खिंचाना, यही होता था लेकिन भाजपा सरकार संत रविदास जन्मस्थली विकास परियोजना पर तेजी से काम कर रही है और श्रद्धालुओं के लिए अनेक सुविधाएं विकसित की गई हैं। मोदी ने कहा कि संत रविदास की जन्मस्थली पर भाजपा सरकार जो सुविधाएं दे रही हैं उससे श्रद्धालुओं को बेहतर अनुभव मिलेगा।</
उन्होंने राज्य की पूर्ववर्ती समाजवादी पार्टी (सपा) सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘मुझे देखकर यह तकलीफ हो रही है कि यहां पहले जिन्होंने पांच साल तक सरकार चलाई, 2017 से पहले उन्हें संत रविदास जी के नाम से कितनी चिढ़ रही है, यह मुझसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के लोग जानते हैं।”
मोदी ने कहा, ‘‘संत रविदास जी की प्रेरणा से हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के मंत्र पर चल रही है। हमारी योजनाओं के केंद्र में गरीब, दलित शोषित, पिछड़े और वंचितों का कल्याण है।” कोरोना वायरस महामारी का जिक्र करते हुए मोदी ने कहा कि पूरी दुनिया ऐसी महामारी की चपेट में है और इस काल में भाजपा सरकार ने गरीब का जीवन बचाने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।
मोदी ने कहा, ‘‘संत रविदास ने कहा था कि मैं ऐसा राज चाहता हूं जिसमें सभी को अन्न मिले और छोटे-बड़े सभी समरस होकर रहें, इसी सोच के साथ उत्तर प्रदेश के करोड़ों लोगों को करीब दो साल से मुफ्त राशन दिया जा रहा है। इसमें सवा नौ करोड़ से अधिक साथी पिछड़े वर्ग के हैं और अनुसूचित जाति के तीन करोड़ भाइयों को भाजपा सरकार मुफ्त राशन दे रही है, तीन करोड़ साथी अगड़े समाज के हैं और अल्पसंख्यक समाज के लाखों भाइयों को इसका लाभ मिल रहा है।” उ
न्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि गरीब का राशन पहले माफिया लूट लेता था लेकिन अब उसका एक-एक दाना गरीब के घर पहुंच रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘इस पूरे कोरोना काल में मैं एक बात पर हमेशा केंद्रित रहा कि किसी गरीब के घर में ऐसा दिन नहीं आना चाहिए कि घर का चूल्हा न जले, गरीब के घर में किसी को रात को भूखा सोना न पड़े, इसके लिए हम जागते रहे हैं।” मोदी ने कहा कि सरकार इस पर दो लाख 60 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च कर रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गरीब दलित, पिछड़ा या किसी भी वर्ग का हो वह जानता है कि किसने संकट के समय साथ दिया और कौन संकट के समय लापता हो गया था, यह गरीब अपने दिमाग में रखता है। उन्होंने कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी के समय हमारी सरकार ने मुफ्त टीकाकरण का ध्यान रखा और पहले की सरकारों में कभी इस तरह अभियान चलाकर गरीबों को मुफ्त टीके नहीं लगाये गए। आजादी के बाद यह पहली बार हुआ है। पहले की हालत यह थी कि पहले की सरकारों का टीकाकरण गांवों, आदिवासी इलाकों तक ठीक से पहुंच नहीं पाता था और वर्षों वर्ष गरीब को टीके की एक खुराक नहीं लग पाती थी।”