लखीमपुर खीरी में धीरे-धीरे हालात हो रहे सामान्य, राजनीतिक दलों के दौरे से पुनः बिगड़ने की संभावना

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    लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में धारा 144 अब भी लागू होने के साथ इंटरनेट सेवाएं निलंबित हैं, लेकिन शहर में मंगलवार को स्थिति धीरे धीरे सामान्य होती नजर आई। लोग फिर से अपने दैनिक कार्यों की तरफ धीरे-धीरे लौटते नजर आए। लेकिन जिस तरह राजनीतिक दलों और नेताओं द्वारा लखीमपुर आने की होड़ लगी हुई है, इससे पुनः जिले में सामान्य होते हालात फिर से बिगड़ सकते हैं। 

    गौरतलब हैं कि रविवार को यहां तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान एक दुर्घटना हो गई थी। जिसमें चार किसानों की मौत हो गई थी। वहीं कई घायल हुए थे। वहीं  हुई हिंसा में एक पत्रकार समेत चार लोगों को भी भीड़ ने पिट-पिट कर मार डाला था। 

    जनजीवन हो रहा सामान्य

    जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर तिकोनिया गांव के रास्ते में कुछ महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बल के जवानों को गश्त करते देखा जा सकता है। लखीमपुर रेलवे स्टेशन, बाजार और अन्य स्थानों पर सामान्य गतिविधियां देखी गईं। दुकानों में भी सामान्य रूप से कारोबार होता दिखा।   

    बच्चे स्कूल जाते दिए दिखाई

    जिले में बच्चे यूनिफार्म पहने अपने स्कूलों और कोचिंग संस्थानों में जा रहे हैं। सार्वजनिक परिवहन वाहन जिला मुख्यालय के साथ-साथ तिकोनिया में भी सड़कों पर सामान्य रूप से चलते देखे गये। रेलवे स्टेशन के पास एक दुकानदार बिनोद सिंह ने बताया “हमें अपनी आजीविका का भी ध्यान रखना है और इसीलिए हम काम कर रहे हैं।” 

    पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मी तैनात 

    जिला प्रशासन के सूत्रों ने कहा कि लखीमपुर में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा अभी भी लागू है और रविवार की घटना के मद्देनजर कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के उपायों के तहत इंटरनेट सेवाएं काम नहीं कर रही हैं। जिला मुख्यालय के साथ-साथ तिकोनिया गांव के रास्ते में भी महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षाकर्मी गश्त लगाते देखे गए लेकिन यह पिछले दो दिनों की तरह अधिक संख्या में नहीं थे । 

    मंत्री के बेटे के खिलाफ मामला दर्ज

    रविवार को हुई घटना के बाद से मंत्री विवादों में हैं और घटना के संबंध में उनके बेटे आशीष मिश्रा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। घटना के बाद चर्चा के केंद्र में रहे तिकोनिया में न तो प्रदर्शनकारी किसानों और न ही आम नागरिकों की भीड़ देखी गई, लेकिन आयोजन स्थल से कुछ दूर “गुरुद्वारा कोढ़ीवाला घाट साहिब” पर लोगों की भीड़ देखी गई।  

    रविवार की घटना के संबंध में तिकोनिया थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। थाने में देखे गए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि वह बाराबंकी से कानून व्यवस्था की ड्यूटी के लिए यहां आये है। कुछ सिखों को भी थाने में देखा गया लेकिन उन्होंने कुछ भी बोलने से इनकार कर दिया। तिकोनिया थाने मौजूद पुलिसकर्मियों ने भी दर्ज प्राथमिकी और उसके बाद की कार्रवाई के बारे में कुछ भी बोलने से मना कर दिया।

    राजनीतिक दल पुनः हवा देने के फ़िराक में 

    एक ओर जहां जनजीवन फिर से पटरी पर लौटते दिखाई दे रही है। वहीं जिले में धारा 144 लगे होने के बावजूद कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बीएसपी समेत तमाम राजनीतिक दल लखीमपुर-खीरी आने के लिए लगातार होड़ लगी हुई है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मायावती, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी सहित सैकड़ो की संख्या में नेता यहां आने की घोषणा कर चुके हैं। 

    इनमें से अखिलेश यादव, बीएसपी के नेता मिश्रा, शिवपाल यादव, ओपी राजभर सहित कई नेताओं को हिरासत में ले लिया था। जिन्हे शाम तक छोड़ दिया था। वहीं प्रियंका गांधी और अजय कुमार लल्लू समेत कांग्रेस के नेता लखीमपुर खीरी आने के लिए अड़े हुए हैं। वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी लखनऊ पहुंच चुके हैं। इसी बीच सीतापुर पुलिस ने कांग्रेस महसचिव को गिरफ्तार कर लिया है। इसी के साथ उनके और उनके साथियों पर शांति भांग करने सहित कई धाराओं में मुक़दमा दर्ज किया है।(इसमें भाषा इनपुट भी शामिल)