बुलंदशहर (उप्र). केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता अमित शाह ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच गठबंधन पर बृहस्पतिवार को चुटकी ली तथा रालोद नेता जयंत चौधरी को आगाह करते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने पिता और चाचा तक की नहीं सुनते, फिर वह उनकी (चौधरी की) क्या सुनेंगे।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर जिले के अनूपशहर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने यह भी दावा किया कि सपा प्रदेश में सरकार नहीं बना पाएगी। उन्होंने राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार की सराहना की और अखिलेश पर हमला बोलते हुए कहा कि क्या सपा प्रमुख राज्य में कानून व्यवस्था को बनाए रख सकते हैं। शाह ने कहा,‘‘ वह (अखिलेश) लोगों से नहीं मिलते, केवल प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हैं और अब हमारे जयंत जी उनकी ओर हैं।
सरकार तो बननी नहीं है,लेकिन जयंत चौधरी यह सोचते हैं कि सरकार बनेगी और अखिलेश उनकी सुनेंगे । जयंत बाबू यह मिथ्या है। जो व्यक्ति अपने पिता की और चाचा की नहीं सुनता वह आपकी क्या सुनेगा।” उन्होंने कहा कि पहले तो उत्तर प्रदेश में सपा की सरकार नहीं बनेगी, लेकिन अगर बन भी गई तो रालोद प्रमुख ‘‘तीसरे ही दिन” निकाल दिए जाएंगे और आजम खान उनकी जगह होंगे।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने राज्य द्वारा फसलों की खरीद को लेकर सपा और बसपा की पूर्व की सरकारों पर निशाना साधा और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शासन में स्थिति बदल गई है और किसानों की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य की दरों पर खरीदी जा रही हैं। उन्होंने गरीबों के खातों में सीधे नकद अंतरण, राशन वितरण, लंबी अवधि के लिए बिजली आपूर्ति प्रदान करने, घरों को बिजली कनेक्शन देने, शौचालय बनाने आदि जन कल्याणकारी योजनाओं का श्रेय अपनी पार्टी भाजपा को दिया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा,‘‘ आप (सपा,बसपा) ऐसा क्यों नहीं कर पाए? क्योंकि उन्होंने केवल एक जाति को ठेका दिया और भ्रष्टाचार में लिप्त रहे।”
शाह भाजपा उम्मीदवार संजय शर्मा के पक्ष में प्रचार करने आए थे। इस सीट के लिए मतदान दस फरवरी को होगा। बाद में गाजियाबाद के लोनी में चुनाव प्रचार करते हुए पूर्व भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि विधानभा चुनाव किसी को मंत्री बनाने के लिए नहीं बल्कि अपराधियों के सफाये के लिए है। उन्होंने एक चुनावी सभा में कहा कि यह चुनाव युवा का भविष्य उज्ज्वल बनाने और 15 करोड़ गरीबों को समृद्ध बनाने के लिए है। इस जनसभा में केंद्रीय मंत्री वी के सिंह ने भी हिस्सा लिया। (एजेंसी)