वाशिंगटन: एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी न्यूरालिंक (Neuralink) काे एक बड़ी सफलता हाथ लगी है। एलन मस्क ने एलान किया है कि इंसानी दिमाग में चिप लगाने का पहला एक्सपेरिमेंट सफल रहा। मस्क ने कहा है कि जिस व्यक्ति के दिमाग में चिप लगाई गई है, उसकी सेहत में सुधार हो रहा है। मस्क ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर पोस्ट साझा कर यह जानकारी दी।
Elon Musk announces Neuralink’s successful brain implant procedure in first human recipient
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— ANI Digital (@ani_digital) January 29, 2024
पिछले साल मिली थी मंजूरी
एलन मस्क की कंपनी न्यूरालिंक को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने पिछले साल मई में इंसानी दिमाग में चिप लगाने की मंजूरी दी थी। एलन मस्क ने कहा कि शुरुआती नतीजे बेहद उत्साहजनक हैं। न्यूरालिंक की वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक, इंडीपेंडेंट इंस्टीट्यूशनल रिव्यू बोर्ड से मंजूरी मिल चुकी है। मेडिकल डिवाइस PRIME (Precise Robotically Implanted Brain Computer Interface) का ट्रायल सफल रहा, जिसमें वायरलेस ब्रेन कंप्यूटर इंटरफेस का परीक्षण किया गया था। इस परीक्षण का उद्देश्य इंसानी दिमाग में चिप लगाने की सेफ्टी का आकलन किया गया था।
The first @Neuralink product is called Telepathy
— Elon Musk (@elonmusk) January 29, 2024
क्या है न्यूरालिंक
न्यूरालिंक एक स्टार्टअप है, जिसकी शुरुआत मशहूर अरबपति एलन मस्क ने साल 2016 में कुछ वैज्ञानिकों और इंजीनियर्स के साथ मिलकर की थी। न्यूरालिंक ब्रेन चिप इंटरफेस बनाने का काम करती है, जिन्हें इंसानी दिमाग में इंप्लांट किया जा सकेगा। इन चिप की मदद से दिव्यांग लोग जो चल-फिर नहीं सकते या बात नहीं कर सकते या देख नहीं देख सकते, वे फिर से कुछ हद तक बेहतर जीवन जी सकेंगे। चिप की मदद से न्यूरल सिग्नल को कंप्यूटर या फोन जैसी डिवाइस पर ट्रांसमिट किया जा सकेगा।
The first human received an implant from @Neuralink yesterday and is recovering well.
Initial results show promising neuron spike detection.
— Elon Musk (@elonmusk) January 29, 2024
हालांकि एलन मस्क की इस कंपनी को काफी आलोचना भी झेलनी पड़ रही है। दरअसल कंपनी ने लैब में जानवरों पर पहले चिप लगाने के परीक्षण किए थे, जिसके लिए कंपनी की खूब आलोचना हुई थी। साल 2022 में कंपनी को अमेरिका की केंद्रीय जांच का भी सामना करना पड़ा था। आरोप है कि कंपनी ने परीक्षण के दौरान 1500 जानवरों की जान ली, इनमें चूहे, बंदर, सुअर आदि शामिल हैं। वहीं कंपनी ने इन आरोपों को सिरे से नकारा था।