अजब : धरती पर नहीं अब अंतरिक्ष पर होगा ऐसा व्यापार, करोड़ों में होगा मुनाफा

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    नई दिल्ली : पहले तो कभी किसी ने ये सोचा नहीं होगा की कोई अंतरिक्ष (Space) पर जाएगा और वहां की सैर करेगा, जैसे-जैसे विज्ञान में विकास होते गया वैसे वैसे नई-नई उपलब्धियां सामने आते गई। नए शोध होते गए, विज्ञान के जरिये इंसान ने नई ऊंचाइयों को हासिल किया है। आज भी हम आपको अंतरिक्ष से जुड़ी एक ऐसी बात बताने वाले है, जिसे जानकार आप भी हैरान रह जायेंगे, आईये जानते है पूरी खबर क्या है….. 

    अंतरिक्ष पर होगा व्यापार

    आपको बता दें कि अंतरिक्ष (Space) को लेकर जैसे नई- नई बातें लोग जानने लगे है। इसलिए अब धरती पर नहीं बल्कि अंतरिक्ष पर व्यापार (Business) होने वाला है। अब यहां कई स्टार्टअप कंपनियों का मार्केट शुरू होने जा रहा है। वहां से अब रिसर्च तो होगा ही साथ में व्यापार भी होगा। अब ऐसा माना जा रहा है कि जल्द ही अंतरिक्ष के जरिये करोड़ों रुपये का व्यापार होनी वाला है। इतना ही नहीं बल्कि इसका फायदा एक नहीं बल्कि कई व्यापरियों को भी होने जा रहा है।  

    इस तरह व्यापार का मौका 

    ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में अंतरिक्ष पर उद्योग तेजी से बढ़ने वाला है। अंतरिक्ष से ग्लोबल इंटरनेट देने पर जोरों से काम चल रहा है। इसके अलावा अंतरिक्ष से कई तरह का डेटा भी मिल रहा है और अब यहां से व्यापार के ऑप्शन भी बढ़ने वाला है। ऐसे में आपको मन में भी सवाल आया होगा की आखिर कैसे वहां व्यापार होगा। तो जानते हैं कि आखिर अंतरिक्ष से किस तरह व्यापार किया जा रहा है। 

    ऐसे बनेगा अंतरिक्ष पर मार्केट 

    दरसल डीडब्ल्यू की रिपोर्ट के अनुसार, यह बात सामने आयी है कि इससे कई तरह की आर्थिक संभावनाओं को जन्म देगा। जैसे रिपोर्ट में बताया गया है कि तीन स्टार्टअप अंतरिक्ष तक माल ढोने के लिए तीन छोटे रॉकेट बनाने की तैयारी कर रहे हैं और वो 100 से ज्यादा कंपनियों से कंपटीशन कर रहे हैं। कंपनियों का मानना है कि वो हर हफ्ते रॉकेट लॉन्च करना चाहते हैं और इससे काफी मुनाफा होने वाला है। इस तरह अंतरिक्ष पर व्यापार किया जाएगा। 

    अंतरिक्ष में सैटेलाइट लॉन्चिंग 

    इतना ही नहीं बल्कि इसके अलावा भी कई कंपनियां अंतरिक्ष में सैटेलाइट लॉन्चिंग को लेकर काम कर रही है और माना जाता है कि 100 से ज्यादा इस सेक्टर में काम कर रही है। डेटा के बेहतर अनुभव के लिए सैटेलाइट का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे इन कंपनियों को फायदा हो रहा है। कई ऐसे देश भी इस व्यापार में जुड़ रहे हैं, जो पहले इस सेक्टर से बहुत दूर थे। हालांकि इस तरह दुनिया के कई देश यहां व्यापार करने में रुचि दिखा रहे है। 

    अंतरिक्ष में चुनौतियां ही बनेगा व्यापार का मौका 

    जहा बात व्यापार की हो वहां चुनौतियां तो आएगी ही । जी हां इसके अलावा, धरती के चारों और अंतरिक्ष मलबे के नौ लाख टुकड़े मंडरा रहे हैं। दरअसल जापानी कंपनियां इस खतरे से निपटने के लिए नवोन्मेषी उपायों का परीक्षण कर रही हैं। वे इसे भविष्य के एक बड़े कारोबार के रूप में भी देख रही हैं।  अंतरिक्ष में जमा इस कचरे को हटाने के लिए कई देशों की निजी कंपनियां भी बाजार में आ गए हैं।  

    साल 2020 में इन कंपनियों का कुल कारोबार 6321 करोड़ रुपए का था, जिसके 2025 तक 12 हजार करोड़ रुपए होने की संभावना आंकी गई है। इस तरह अंतरिक्ष के नए शोधों के साथ लोग अब करोड़ों का मुनाफा भी कर रहे है और भविष्य में इसकी संभावनाएं और भी बढ़ गई है। 

    इस तरह हुई पहल 

    दरअसल हाल ही में एप्पल के सह संस्थापक और तकनीकी विशेषज्ञ स्टीफन गैरी वोज्नियाक ‘वॉज’ ने भी अपनी निजी स्पेस कंपनी खोलने की घोषणा की थी।  र्जीनिया में एक कंसल्टेंसी ब्राइसटेक के अनुसार, 2001 के अंत में 771 सक्रिय उपग्रह पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे थे। अब कुछ रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि दशक के अंत तक अंतरिक्ष की कक्षा में 1 लाख सक्रिय उपग्रह हो सकते हैं। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं अंतरिक्ष भी व्यापार का नया केंद्र बनने वाला है। 

    अंतरिक्ष में पर्यटन 

    आपको बता दें कि हाल में अंतरिक्ष में कुछ नॉन एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में भेजा गया था, जो भी एक तरह का बिजनेस का तरीका और टूरिज्म है। ऐसे में माना जा रहा है कि अंतरिक्ष आने वाले दिनों में व्यापार के नए ऑप्शन पैदा कर सकता है। इस तरह अब धरती पर ही नहीं बल्कि अंतरिक्ष पर व्यापार के कई मौके उपलब्ध होने वाले है।