लखनऊ: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। शनिवार को पत्रकारों से मारपीट को लेकर उनके खिलाफ मुरादाबाद (Muradabad) के पाकबड़ा थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। इंडियन प्रेस एलाइवनेस एसोशिएशन (Indian Press Aliveness Association) के अध्यक्ष डॉ. अवधेश पराशर ने मारपीट, दंगा-फ़साद (बलवा) और अन्य धाराओं में मामला दर्ज करवाया है।
दर्ज मामले में कहा गया है कि, 11 मार्च को मुरादाबाद के होटल में आयोजित प्रेस वार्ता के बाद पत्रकारों ने अखिलेश यादव से आज़म खान को लेकर कुछ सवाल पूछे, जिससे वह बौखला गए और अपने कार्यकर्ताओं और सुरक्षा गार्डों को पत्रकारों पर हमला करने के लिए उकसा दिया। इस दौरान 20 सपा के लोगों ने पत्रकारों पर हमला किया, जिसमें कई पत्रकार घायल हुए हैं। यादव पर आईपीसी की धारा 147 (दंगा), 342 (गलत कारावास), और 323 (चोट पहुंचाने) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
FIR lodged against former CM Akhilesh Yadav after a complaint was filed over an incident wherein journalists were allegedly assaulted on March 11. The FIR has been registered under Sections 147 (rioting), 342 (wrongful confinement), & 323 (causing hurt) of IPC.
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— ANI UP (@ANINewsUP) March 13, 2021
अखिलेश यादव ने भड़काया
शिकायतकर्ता अवधेश पराशर ने कहा, “11 मार्च को संवाददाता सम्मेलन के दौरान, पत्रकारों ने आज़म खान के संबंध में कुछ सवाल पूछे, जिस पर अखिलेश यादव भड़क गए और कहा कि पत्रकारों को चोट लग सकती है। जिसके बाद उनके सुरक्षा गार्ड और पार्टी कार्यकर्ताओं ने पत्रकारों पर हमला किया।”